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Morbi Bridge Collapse: ‘जांच में हस्तक्षेप किया तो…’ मोरबी पुल हादसे पर नेताओं और अफसरों को PM मोदी की चेतावनी

PM Modi at morbi

मोरबी। गुजरात के मोरबी में झूला पुल के गिरने से 135 लोगों की जान चली गई। तमाम अन्य घायल हैं। लापता लोगों की भी संख्या है। इनको तलाशने का काम चल रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार को मोरबी पहुंचे थे। उन्होंने अस्पताल जाकर घायलों को ढांढस बंधाया। मृतकों के परिजनों से संवेदना जताई। हादसे की जगह पहुंचे। उसके बाद मोरबी में एसपी के दफ्तर में सीएम भूपेंद्र पटेल, गुजरात के गृहमंत्री हर्ष सांघवी और अफसरों के साथ मीटिंग की। मीटिंग में उन्होंने हादसे की जांच और पीड़ितों की मदद के बारे में जानकारी ली। इस मीटिंग में मोदी ने अफसरों और नेताओं को साफ चेतावनी भी दी है।

सूत्रों के मुताबिक मोदी ने सीएम और गृहमंत्री की मौजूदगी में कहा कि मोरबी पुल हादसे की जांच में किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी नेता या अफसर इस जांच में किसी तरह की दखलंदाजी नहीं करेगा। मीटिंग में उन्होंने ये निर्देश भी दिया कि जांच की प्रगति रिपोर्ट से उन्हें वाकिफ रखा जाए। साथ ही जांच से जो भी नतीजे निकलें, उनसे सीख लेकर लागू करने के लिए भी उन्होंने अफसरों को कहा। दरअसल, मोदी का गुजरात से लगाव है। यहां की जनता भी मोदी को काफी मानती है। हादसे के बाद से आरोप लग रहे हैं कि कुछ लोगों को बचाने की कोशिश हो रही है। ऐसे में मोदी को हस्तक्षेप न करने की हिदायत देनी पड़ी है।

मोरबी का ये झूला पुल साल 1880 में बना था। बीते रविवार की शाम पुल पर 400-500 लोग एक ही वक्त इकट्ठा हो गए थे। जबकि, इसपर एक वक्त में 100 लोगों को ही जाने की इजाजत थी। इसके अलावा हादसे से ठीक पहले का एक वीडियो भी आया था। जिसमें कुछ लोग पुल के केबल्स को पकड़कर खींचते और उसे झुलाने की कोशिश करते भी दिखे थे। हादसे की जांच में इन सभी पक्षों को देखा जा रहा है। गुजरात सरकार ने जांच के लिए एसआईटी बनाई है। 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनको पूछताछ के लिए कोर्ट ने 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भी दिया है।

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