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Oxygen supply: ऑक्सीजन को लेकर राज्यों के बीच जारी मारा-मारी, MHA ने आपूर्ति को लेकर जारी किए दिशा निर्देश

नई दिल्ली। देश में वैश्विक महामारी कोरोनावायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर जानलेवा साबित हो रही है। बीते 24 घंटे की बात करें तो, देश में कोरोना के 3,14,835 नए केस सामने आए हैं, जबकि इस महामारी की चपेट में आने से 2,104 लोगों की मौत हुई है। वहीं कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी बुरा देखने को मिल रहा है। देश में ऑक्सीजन की भारी किल्लत की खबरें भी लगातार सामने आ रही है। इस बीच गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) ने कोरोना से देश में बिगड़ते हालात और अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर बड़ा फैसला लिया है।

गृह मंत्रालय की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि राज्यों के बीच मेडिकल ऑक्सीजन की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। ऑक्सीजन ले जाने वाले वाहनों के अंतर-राज्य आवाजाही की अनुमति दी जाए।

इसके अलावा मंत्रालय ने कहा है कि ऑक्सीजन मैन्युफैक्चरर्स पर भी किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं लगाई जाएगी। ऑक्सीजन सप्लायर्स पर सप्लाई करने की कोई लिमिट नहीं होगी। लेकिन ऑक्सीजन की सप्लाई सिर्फ राज्य सरकारों के हॉस्पिटलों में की जाएगी।

इससे पहले दिल्ली समेत कई राज्यों ने अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी कमी को लेकर केंद्र से इसकी सप्लाई बढ़ाने की मांग की थी। दिल्‍ली के उप-मुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को आरोप लगाया कि, जब केंद्र सरकार ने दिल्ली का ऑक्सीजन का आवंटन बढ़ा दिया है तो हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारें इस तरह का व्यवहार क्यों कर रही हैं जैसे दिल्ली का उत्तर प्रदेश और हरियाणा से झगड़ा है। मनीष सिसोदिया ने कहा कि, आज दिल्ली में चारों तरफ ऑक्सीजन की त्राही इसलिए मची हुई है क्योंकि हरियाणा और उत्तर प्रदेश ने ऑक्सीजन को लेकर जंगलराज मचा रखा है। वहां की सरकारें, अधिकारी, पुलिस वहां के ऑक्सीजन प्लांट से दिल्ली के लिए ऑक्सीजन नहीं निकलने दे रहे हैं। केंद्र सरकार इसमें हस्तक्षेप करे।

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