नई दिल्ली। अमृतपाल सिंह का नाम तो आपने सुना ही होगा…उम्मीद है कि अब तक आपने उससे जुड़ी बेशुमार खबरें पढ़ ली होंगी…खालिस्तानी आंदोलन का झंडाबरदार अमृतपाल अभी पुलिस के साथ लुका-छुप्पी खेल रहा है। इतने दिनों की धरपकड़ के बावजूद भी वो पुलिस की गिरफ्त से दूर है, जिसे लेकर बीते दिनों कोर्ट ने भी पंजाब पुलिस को जमकर फटकार लगाई थी, लेकिन अभी तक इसका कोई भी असर पंजाब पुलिस पर नहीं दिख रहा है, जिसे लेकर पंजाब की कार्यशैली सवालों के घेरे में आ चुकी है। उधर, विपक्षी दल भी मान सरकार पर हमलावर हैं।
बता दें कि अमृतपाल के खिलाफ रासूका सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। अब पुलिस आगामी दिनों में इस पूरे मामले में क्या कुछ कार्रवाई करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि पुलिस अजनाला हिंसा मामले में शामिल 10 आरोपियों को 6 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सूत्रों के मुताबिक, आगामी दिनों में पुलिस इन आरोपियों से पूछताछ कर सकती है, ताकि मामले की सच्चाई जाहिर हो सकें। उधर, अजनाला मामले में शामिल एक अन्य आरोपी को 4 दिनों की न्यायिक हिरासत में रहेंगे। आइए, आगे अजनाला हिंसा के बारे में विस्तार से जानते हैं।
Punjab | 10 accused sent to judicial custody till 6 April in connection with an FIR registered related to the Ajnala incident. One other accused Sukhpreet Singh remanded to 4-day police custody.
— ANI (@ANI) March 25, 2023
क्या है अजनाला हिंसा
बता दें कि अमृतपाल ने अपने साथियों के साथ मिलकर अपने साथी लवली सिंह तूफान को छुड़ाने के लिए अजनाला थाने पर हिंसा की वारदात को अंजाम दिया था और अपने साथी को छुड़ाने के लिए कानून-व्यवस्था को भी ठेंगा दिखाने से गुरेज नहीं किया था। ध्यान रहे कि अमृतपाल और उसके गुर्गों ने यह सबकुछ गुरु ग्रंथ साहिब को ढाल बनाकर किया था, जिसकी वजह से पंजाब पुलिस अपने घुटने टेक दिया और नतीजतन लवली सिंह तूफान को छुड़ा लिया गया था। इस घटना के बाद पंजाब पुलिस सवालों के घेरे में आ गई थी। बहरहाल, अब इस पूरे मसले को लेकर आगामी दिनों में क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी निगाहें टिकी रहेंगी।