मुंबई। उद्धव ठाकरे बनाम सीएम एकनाथ शिंदे के बीच जारी जंग आए दिन नए रंग ले रही है। इसी कड़ी में अब शिंदे ने ऐसा कदम उठाया है, जो उद्धव ठाकरे के साथ उनकी अदावत को और बढ़ा सकता है। सूत्रों के मुताबिक सीएम एकनाथ ने गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में अनुरोध किया गया है कि महाविकास अघाड़ी MVA की तरफ से नामांकित किए गए 12 एमएलसी के नाम वापस लेना चाहते हैं। ये सारे नाम उद्धव ठाकरे ने सीएम रहते कोश्यारी को दिए थे। इन सभी को राज्यपाल के कोटे से विधान परिषद में नामित किया जाना था। हालांकि, राज्यपाल ने 2 साल से इस पर कोई फैसला नहीं लिया। अब शिंदे की तरफ से नए नामों की लिस्ट दी जाएगी और इससे शिवसेना में मची जंग और तेज होने के आसार हैं।
सीएम रहते उद्धव ने जिन 12 लोगों के नाम एमएलसी के लिए नामित करने की सिफारिश की थी, उनमें एक्टर उर्मिला मातोंडकर और एनसीपी के एकनाथ खडसे के अलावा विजय करंजकर, नितिन पाटिल, चंद्रकांत रघुवंशी, राजू शेट्टी, यशपाल भिंगे, सिंगर आनंद शिंदे, रजनीताई पाटिल, सचिन सावंत, अनिरुद्ध वांकर और मुजफ्फर हुसैन थे। अब इन सभी के नामित एमएलसी बनने की राह में सीएम एकनाथ शिंदे की ताजा चिट्ठी बड़ा रोड़ा बन गई है। माना जा रहा है कि शिंदे के आग्रह को गवर्नर मान लेंगे और जल्दी ही 12 एमएलसी को नामित करने की प्रक्रिया नए सिरे से शुरू हो जाएगी।
उधर, महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और एकनाथ के बीच दशहरा रैली के मसले पर भी खींचतान मची हुई है। दादर के शिवाजी पार्क में हर साल शिवसेना की दशहरा रैली होती है। 5 अक्टूबर को दशहरा है और उद्धव और एकनाथ शिंदे दोनों ही अपने को असली शिवसेना बताते हैं। ऐसे में रैली कौन करेगा, इसे लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। वहीं, एनसीपी चीफ शरद पवार ने शिंदे को सुझाव दिया है कि इस मसले पर उनको उद्धव से टकराव नहीं लेना चाहिए। फिर भी शिंदे क्या कदम उठाते हैं, इस पर सबकी नजर है।