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Religious Censor Board: अब रिलीज से पहले साधु-संतों को दिखानी होगी फिल्म और वेब सीरीज, शंकराचार्य ने ‘धर्म सेंसर बोर्ड’ बनाने का किया एलान

shankaracharya avimukteshwaranand

नई दिल्ली। फिल्मों, गानों और वेब सीरीज में सनातन धर्म के अपमान को रोकने के लिए अब देशभर के साधु-संतों ने नया तरीका अपनाया है। साधु-संतों ने तय किया है कि हर फिल्म, गाने या वेब सीरीज को रिलीज करने से पहले उनको दिखाना होगा। इसके लिए उन्होंने ‘धर्म सेंसर बोर्ड’ बनाने का एलान किया है। ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने ये जानकारी दी। उन्होंने सेंसर बोर्ड पर भी हमला बोला। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि सरकार ने फिल्मों में अश्लीलता और अपराध को दिखाने से रोकने के लिए सेंसर बोर्ड बनाया था, लेकिन इसमें कोई कामयाबी नहीं मिली।

ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य ने कहा कि इसी वजह से अब धर्म सेंसर बोर्ड की जरूरत आ पड़ी है। उन्होंने बताया कि जल्दी ही साधु-संत मिलकर 11 सदस्यों का ऐसा बोर्ड बनाएंगे। इस बोर्ड में धार्मिक क्षेत्र से जुड़े लोग, इतिहासकार और कई हस्तियां भी होंगी। किसी भी फिल्म, गाने या वेब सीरीज को रिलीज किए जाने से पहले धर्म सेंसर बोर्ड के मेंबरों को दिखाना होगा। वहां से पास होने के बाद ही फिल्म, गाना या वेब सीरीज रिलीज की जा सकेगी। शंकराचार्य के इस एलान के बाद अब मामला गरमाने के आसार और बढ़ते दिख रहे हैं।

बता दें कि पिछले दिनों शाहरुख खान की फिल्म ‘पठान’ के एक गाने ‘रंग दे मोहे भगवा’ पर काफी विवाद हो चुका है। इसमें दीपिका पादुकोण को भगवा रंग का बिकनी पहनाए दिखाया गया। जिसका जमकर विरोध हो रहा है। साधु-संतों के अलावा हिंदूवादी संगठनों ने फिल्म को रिलीज न होने देने की चेतावनी दी है। अहमदाबाद के एक मॉल में शाहरुख खान और फिल्म के पोस्टर भी बीते दिनों फाड़े गए। जमकर हो रहे विरोध के बाद खबर ये भी आई कि सेंसर बोर्ड ने पठान फिल्म से भगवा रंग और अन्य कुछ सीन हटाने के लिए भी कहा है।

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