लखनऊ। पुरी का जगन्नाथ मंदिर विश्वप्रसिद्ध है। अब लखनऊ में भी इसी मंदिर की तरह का जगन्नाथ मंदिर बनेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए राजधानी के सरोजनीनगर में 5 एकड़ जमीन दे दी है। बिजनौर में ये मंदिर अगले 10 साल में तैयार हो जाएगा। लखनऊ में रहने वाले ओड़िया समुदाय के करीब 1 लाख परिवार इस मंदिर की मांग काफी समय से करते रहे हैं। इस मंदिर परिसर में ओडिशा कल्चरल एंड रिसर्च सेंटर भी होगा। 2018 में सीएम योगी ने ओडिशा दिवस के मौके पर हुए कार्यक्रम में मंदिर बनाने के लिए जगह देने का एलान किया था। अब मंदिर के लिए जमीन दे दी गई है। इससे लखनऊ और आसपास के जिलों के लोग पुरी की लंबी यात्रा की जगह लखनऊ में ही भगवान जगन्नाथ के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर परिसर में कल्चरल सेंटर बनने से ओडिशा की संस्कृति और हस्तकला को प्रचारित और प्रसारित करने में मदद भी मिलेगी। इसके साथ ही यहां ओड़िया समाज के कार्यक्रम भी यहां बनने वाले ऑडिटोरियम में हो सकेंगे।
लखनऊ में रहने वाले ओड़िया भाषी लोगों ने योगी के इस कदम का खूब स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे सामाजिक भाईचारे को बढ़ावा मिलेगा। बता दें कि लखनऊ का ओड़िया समाज 1994 से सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में कार्य करता रहा है। 1999-2000 में ओडिशा में आए भीषण समुद्री तूफान के बाद पीड़ितों की सहायता करने के लिए लोगों की मदद से 2.25 करोड़ रुपए की मदद भी समाज ने की थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साल 2017 में यूपी की सत्ता पर बैठने के बाद से अपने कई फैसलों से बीजेपी को मजबूत किया है। योगी महज हिंदुत्व की बात ही नहीं करते, बल्कि इस मसले पर लगातार बड़े एलान करते रहते हैं। विपक्ष उनके फैसलों पर सवाल तो उठाता है, लेकिन आने वाले छह महीने में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के कारण मंदिर निर्माण जैसे मसलों पर विपक्ष चुप है।