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CM Yogi: अब यूपी में अतीत हुए माफिया, सहारनपुर में दहाड़े सीएम योगी, सपा की जमकर लगाई क्लास

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रचार करने सहारनपुर पहुंचे। जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित करने के क्रम में पूर्व की सपा सरकार को आड़े हाथों लिया, तो वहीं दूसरी तरफ अभी हाल ही में मारे गए  अतीक और अशरफ जैसे माफियाओं का नाम लिए बगैर कहा कि अब यूपी में माफिया अतीत हो चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यूपी की कानून-व्यवस्था पूरे देश के लिए नजीर बन चुकी है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि पूर्व सरकारों में कोई भी माफिया के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करने से डरता था और पुलिस भी किसी माफिया के खिलाफ केस दर्ज करने से डरती थी। यही हाल जज का भी हुआ करता था। लेकिन, अब ऐसा नहीं है। अब यूपी में सभी माफिया अतीत हो चुके हैं।


मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज सहारनपुर में तो क्या, उत्तर प्रदेश में भी कहीं कर्फ्यू नहीं लगाता, अब तो कांवड़ यात्रा निकलती है। ये कांवड़ यात्रा पहचान बन चुकी है। पहले नौजवानों पर झूठे मुकदमें होते थे, आज झूठा मुकदमा कोई नहीं कर सकता। किसान आत्महत्या करता था, आज किसान को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि मिल रही है। बता दें कि इससे पहले भी उन्होंने माफिया अतीक के मारे जाने की ओर बिना नाम लिए इशारा किया था।


उन्होंने कहा था कि अब कोई भी आम इंसान किसी माफिया के खिलाफ केस दर्ज कराने से खौफ नहीं खाएगा। अब यूपी में भयमुक्त माहौल है। ध्यान रहे कि यूपी की सत्ता में विराजमान होने से पहले ही सीएम योगी ने माफियाओं को कड़ा संदेश देते हुए कहा था कि इन लोगों के पास दो ही विकल्प बचे हैं, या तो ये सुधर जाए,या फिर उत्तर प्रदेश छोड़ दें।

बता दें कि बीते दिनों प्रयागराज स्थित काल्विन अस्पताल के बाहर पत्रकारों के भेष में तीन आरोपियों ने अतीक और अशरफ को मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों को सरेंडर कर दिया था। इसके बाद उन्होंने जय श्री राम के नारे भी लगाए थे। वहीं, शुरुआत पूछताछ में तीनों आरोपियों ने एक दूसरे को पहचनने से इनकार कर दिया था। इसके अलावा तीनों के बयानों भी में विऱोधाभाष में नजर आ रहे हैं। इनके पास से महंगे जिगाना पिस्तौल भी बरामद हुए थे।


बताया जा रहा है कि जिगाना पिस्तौल की भारत में आपूर्ति प्रतिबंधित है। अब ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि इनके पास ये हथियार कहां आए। उधर, पुलिस अभिरक्षा में माफियाओं के मारे जाने के बाद विपक्षी दल सीएम योगी को कानून व्यवस्था को लेकर घेर रही है। बहरहाल, अब यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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