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Punjab Election 2022: कांग्रेस में अब टिकट पर बवाल, आपस में भिड़े चन्नी-सिद्धू और जाखड़

नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में अदरुनी कलह थमने का नाम नहीं ले रहा है। चुनाव की तारीख का ऐलान होने के बाद से पंजाब कांग्रेस में सियासी घमासान तेज हो गया है। एक तरफ जहां पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू लगातार अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल हुए हैं भले ही सिद्धू खुद को कांग्रेसी बता रहे हो और किसी भी तरह की कलह की बात नकारते हैं। वहीं कई मौके पर वो पार्टी हाईकमान के खिलाफ बगावती तेवर दिख चुके हैं। चुनाव से पहले सिद्धू कांग्रेस के लिए अब सिरदर्द बनाते जा रहे हैं। जैसे-जैसे चुनाव करीब आ रहे है वैसे-वैसे कांग्रेस में अब टिकट को लेकर पार्टी के अंदर बवाल शुरु हो गया है। केंद्रीय चुनाव कमेटी (CEC) में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और सुनील जाखड़ आपस में ही भिड़ गए। बताया जा रहा है कि अब टिकटों को लेकर कांग्रेसियों में ही घमासान मच गया है।

दरअसल गुरुवार को CEC की बैठक में 78 सीटों पर चर्चा हुई। जिसमें उम्मीदवारों को लेकर पंजाब कांग्रेस के दिग्गज नेता आपस में भिड़ गए। जिसका नतीजा ये रहा कि सीएम चन्नी, नवजोत सिद्धू और सुनील जाखड़ के बीच सहमति नहीं बन पाई। वहीं यह देखकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी नेताओं को नसीहत भी देती नजर आई। उन्होंने कहा कि पहले नेता आपस में सहमति बनाएं। उसके बाद बैठक में आएं।

खबरों की मानें तो, काफी हद तक कांग्रेस में टिकटों पर सहमति बन चुकी है और जल्द ही कांग्रेस पहली उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी कर सकती है, जिसमें 73 से 75 सीटों पर कैंडिडेट की घोषणा की जा सकती है। बताया ये भी जा रहा है कि इसमें अधिकांश विधायक ही हाेंगे। इसके अलावा ये कहा जा रहा है कि कई मौजूद विधायकों का पत्ता भी कट सकता है। इसके साथ महिलाओं को भी चुनाव में तवज्जो दी जा सकती है।

अब आपको बताते है कि पूरा मामला क्या है दरअसल पंजाब में आदमपुर सीट से सीएम चन्नी अपने रिश्तेदार मोहिंदर केपी को चुनावी मैदान में उतरना चाहते हैं। सिद्धू का कहना है कि जालंधर वेस्ट से विधायक सुशील रिंकू को आदमपुर से चुनाव में उतारने की वकालत करते दिखे। जबकि मोहिंदर केपी जालंधर वेस्ट से लड़ें। जिसके बाद टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी में बवाल हो गया। लेकिन बवाल अभी खत्म नहीं हुआ।

इसके साथ ही सोनिया गांधी की अगुवाई में बैठक के दौरान गढ़शंकर सीट को लेकर जहा मुख्यमंत्री चन्नी और सिद्धू ने निमिशा मेहता का समर्थन कर दिया।वहीं कैंपेन कमेटी प्रधान सुनील जाखड़ ने यूथ कांग्रेस के पूर्व प्रधान अमरप्रीत सिंह लाली का नाम आगे कर दिया। वहीं सोनिया गांधी के सामने ही चन्नी-सिद्धू और जाखड़ भिड़ गए। आपको बता दें कि पंजाब में 14 फरवरी को एक ही चरण में 117 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। जबकि नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे।

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