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Omicron: देश में ओमिक्रॉन के मामले बढ़कर हुए 161, गुजरात के 8 शहरों में नाइट कर्फ्यू, BMC ने भी दी चेतावनी

Israel Corona

गांधीनगर/मुंबई। देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सोमवार तक ओमिक्रॉन मरीजों की तादाद बढ़कर 161 हो गई थी। इनमें सबसे ज्यादा 54 मामले महाराष्ट्र में हैं। ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकने के लिए गुजरात और महाराष्ट्र सरकार ने तमाम प्रतिबंध लगाए हैं। सख्ती बढ़ाई गई है। गुजरात ने सोमवार को 4 और मरीज मिलने के बाद लगातार ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए अहमदाबाद, राजकोट, सूरत, वडोदरा, जामनगर, भावनगर, गांधीनगर और जूनागढ़ में 31 दिसंबर तक रात 1 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू का एलान किया है। वहीं, बृहन्मुंबई महानगर पालिका यानी BMC ने लोगों से क्रिसमस और न्यू ईयर पार्टी में जाने से बचने के लिए कहा है।

ओमिक्रॉन के मामले भले ही बढ़ रहे हैं, लेकिन कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के मामले लगातार कम हो रहे हैं। बीते दिन 1600 सक्रिय केस कम होने के साथ ही अब कुल केस की तादाद 82 हजार 267 हो गई है। ये तादाद 572 दिन में सबसे कम है। बता दें कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पहले कहा था कि जैसे जैसे ओमिक्रॉन बढ़ता जाएगा, डेल्टा वैरिएंट के मामले कम होते जाएंगे। आईआईटी कानपुर और आईआईटी बॉम्बे ने अपने गणितीय मॉडल के जरिए बताया है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट का पीक फरवरी में आ सकता है। वहीं, नीति आयोग के मेंबर डॉ. वीके पॉल ने कहा है कि पीक के वक्त हर रोज 14 लाख मरीज ओमिक्रॉन से संक्रमित मिल सकते हैं। इसी वजह से सरकारें लगातार कड़े कदम उठा रही हैं।

उधर, अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने कोरोना टीके का बूस्टर डोज ले लिया है। ट्रंप ने रविवार रात फॉक्स न्यूज के कार्यक्रम में ये खुलासा किया। टीवी चैनल ने इसका वीडियो जारी किया है। इसमें प्रोग्राम के प्रजेंटर बिल ओ रिली कह रहे हैं कि मैं और ट्रंप ने बूस्टर डोज लिया है। ट्रंप ने भी इस पर समर्थन किया। इस पर प्रोग्राम में बैठे लोगों ने ट्रंप का मजाक भी उड़ाया। ट्रंप ने इस पर उनको शांत रहने के लिए कहा है। बता दें कि ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव के दौरान कोरोना हो गया था। बीते दिनों खबर आई थी कि जो बाइडेन से टीवी पर बहस के दौरान ट्रंप को कोरोना था और ये बात उनके स्टाफ ने उस वक्त छिपा ली थी। वीडियो में ट्रंप कहते हुए देखे गए कि वैक्सीन उनके दौर में ही बन गई थी। जबकि, इसे बनने में कई साल लग जाते हैं।

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