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Opinion Poll: यूपी में खिलेगा ‘कमल’ या होगी ‘साइकिल पंचर’, जनता के मिजाज से साफ हुई तस्वीर

opinion poll : क्या 2017 की तरह ही बीजेपी की धमाकेदार एंट्री होगी या इस बार सत्ता परिवर्तन की तस्वीर दिखेगी। फिलहाल इसे लेकर कोई भी टिका टिप्पणी करना मुश्किल है, लेकिन उससे पहले जिस तरह से ओपिनय पोल विभिन्न मीडिया संस्थानों के द्वारा जारी किए जा रहे हैं, उसे लेकर सूबे की जनता का मिजाज साफ होता हुआ नजर आ रहा है।

ओपिनयन पोल

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में कुल 403 सीटें हैं। चुनावी मैदान में बीजेपी, कांग्रेस, सपा, बसपा समेत तमाम छोटे-बड़े दल हैं। वर्तमान में सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में  बीजेपी की सरकार है। कुछ दिनों बाद सूबे में चुनावी बिगुल बजने वाला है, तो ऐसे में सियासी सूरमाओं की सक्रियता अपने चरम पर है। चुनाव आयोग की तरफ से सूबे में चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा चुका है। सात चरणों में सूबे में चुनाव कराए जाने की योजना है। आगामी 10 फरवरी से पहले चरण का मतदान प्रारंभ हो जाएगा। इस तरह से 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान होगा। आगामी 10 मार्च को नतीजों की घोषणा होगी। उधऱ, चुनाव से पहले सूबे की जनता को रिझाने के लिए सियासी दलों की तरफ एड़ी चोटी का जोर लगाया जा चुका है। अब ऐसी स्थिति में सूबे में किसकी सरकार बनेगी। क्या 2017 की तरह ही बीजेपी की धमाकेदार एंट्री होगी या इस बार सत्ता परिवर्तन की तस्वीर दिखेगी। फिलहाल इसे लेकर कोई भी टिका टिप्पणी करना मुश्किल है, लेकिन उससे पहले जिस तरह से ओपिनय पोल विभिन्न मीडिया संस्थानों के द्वारा जारी किए जा रहे हैं, उसे लेकर सूबे की जनता का मिजाज साफ होता हुआ नजर आ रहा है। तो चलिए हम आपको इन्हीं ओपिनियन पोल के आधार पर बताए चलते हैं कि आखिर इस बार सूबे में किसकी सरकार बनने की प्रबल संभवाना है। आखिर क्या कहती है सूबे की जनता का मिजाज।

गोरखपुर के जनता का मिजाज 

चलिए सबसे पहले शुरूआत गोरखपुर से करते हैं, जहां से सीएम योगी ताल ठोंकने जा रहे हैं। इंडिया टीवी के ओपिनियन पोल की मानें तो इस बार गोरखपुर से सीएम योगी विजयी घोषित हो सकते हैं। गोरखपुर की जनता का मिजाज  सीएम योगी के पक्ष में जाता दिख रहा है।


बता दें कि सीएम योगा कहां से चुनाव लड़ेंगे। इसे लेकर संशय की  स्थिति काफी लंबे समय तक बरकरार थी। पहले बताया जा रहा था कि उन्हें अयोध्या से चुनावी में मैदान में उतारा जा सकता है तो फिर कहा जाने लगा कि उन्हें मथुरा से पार्टी टिकट दे सकती है, लेकिन बाद में उन्हें गोरखपुर से चुनावी मैदान में उतारे जाने पर अंतिम सहमति बनी।

कैशव प्रसाद मौर्य

केशव प्रसाद मौर्य को पार्टी ने प्रयागराज के सिराथु से चुनावी मैदान में उतारा गया है। इंडिया टीवी के ओपिनियन पोल के मुताबिक केशव प्रसाद मौर्य के चुनाव जीतने की प्रबल संभावना है, लेकिन  माना जा रहा है कि वे कम मार्जिन के साथ ही चुनाव जीतने में कामयाब रहेंगे। बता दें कि प्रत्याशियों की सूची जारी करने के दौरान सूबे की जनता के जेहन में इस बात को जानने की आतुरता अपने चरम पर थी कि आखिर मौर्य समेत सीएम  योगी को पार्टी कहां से चुनावी मैदान में उतारा जाता है। आइए, सूबे के अन्य  भूभागों के जनता के मिजाज के बारे में जानते हैं।

पूर्वांचल की जनता का मिजाज 

बीते दिनों पीएम मोदी से लेकर सीएम योगी समेत बीजेपी ने एक से बढ़कर एक सियासी सूरमाओं की टोली पूर्वांचल की जनता को रिझाने के लिए खड़ी कर दी थी, क्योंकि सियासी पंडितों की मानें तो पूर्वांचल में बीजेपी की स्थिति कमजोर है, लिहाजा अपनी स्थिति दुरूस्त करने के लिए सारे दांव आजमा लिए थे। अब ऐसे में बीजेपी की झोली में इसके क्या नतीजे निकलकर सामने आतें हैं।


इसके लिए तो फिलहाल हमें आगामी 10 मार्च यानी की चुनावी नतीजों के दिन का इंतजार करना होगा, लेकिन अगर इंडिया टीवी के ओपिनियन पोल की मानें तो पूर्वांचल के 20 जिलों की 114 सीटों में से बीजेपी के खाते में 66, सपा 55, बीएसपी 2 से 5, कांग्रेस भी 3 से पांच सीटों पर सिमटती हुई नजर आ रही है। ऐसी स्थिति में यह कहने में किसी को कोई गुरेज नहीं होना चाहिए की पूर्वांचल में भी बीजेपी का विजयी पताका लहराता हुआ नजर आ रहा है। आइए, अब अन्य भूभागों में जनता के सियासी मिजाज के बारे में जानते हैं।

जानिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जनता का मिजाज 

इसके अलावा अगर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जनता के मिजाज की बात करें, तो यहां सपा और बीजेपी के बीच की टक्कर देखने को मिल रही है। बीजेपी की झोली में जहां 64 सीटें जाती हुई नजर आ रही है, तो वहीं सपा के खाते में भी 34 सीटों का आंकड़ा जाता हुआ नजर आ रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीएसपी की दुर्गति बरकरार है। बीएसपी महज 1 सीट ही सिमटती हुई नजर आ रही है। बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुल 97 सीटें हैं।


सियासी पंडितों की मानें तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी की स्थिति हमेशा ही दुरूस्त रही है, लेकिन कहीं न कहीं सपा  बीजेपी के लिए मुसीबतें खड़ी करती हुई नजर आता है, लेकिन इस बार सीएम योगी की अगुवाली सरकार इन चुनौतियों को भी बौना साबित कर दिया है।

जानिए सूबे की कुल कैसी रहेगी स्थिति 

वहीं, अगर सूबे की कुल स्थिति की बात करें, तो प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से बीजेपी के खाते में इस चुनाव में 252 से 272 सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है। समाजवादी पार्टी के खाते में 133 सीटें जाने के आसार हैं। बसपा का दुर्गति का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि उसकी झोली में में 8 से 16 सीटें जाती हुई नजर आ रही है। उधर, दुर्गति के मामले में कांग्रेस की भी कुछ पीछे नहीं है। जिसकी तस्वीर ओपिनियन पोल ने बखूबी साफ कर दी है। कांग्रेस इस बार फिर से महज एक ही सीट पर सिमटती हुई नजर आ रही है।

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