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ABP CVoter Opinion Polls 2023: MP, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के ओपिनियन पोल आए सामने, साफ हुआ जनता का मिजाज, कहां-किसकी बन रही सरकार?

congress and bjp flags

नई दिल्ली। यूं तो ओपिनियन पोल पर आंख मूंदकर विश्वास नहीं किया जा सकता है, लेकिन ऐसा भी नहीं है कि इस पर विश्वास ही नहीं किया जा सकता है। भारतीय राजनीति में कई ऐसे क्षण रहे हैं, जिसने ओपिनियन पोल की विश्वनियता का झंडा बुलंद किया है, लिहाजा इसे सिरे से खारिज करना मुनासिब नहीं रहेगा। इस पर एक बार विवेचना करना जरूरी है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि आप ओपिनियन पोल की भूमिका को लेकर ही भूमिका रचाए जा रहे हैं। आखिर माजरा क्या है। जरा कुछ खुलकर बताएंगे, तो चलिए आगे कि रिपोर्ट में आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

दरअसल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मणिपुर और तेलंगाना में आगामी दिनों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर आज का दिन काफी अहम रहा। आज जहां निर्वाचन आयोग ने सभी सूबों के लिए चुनावी तारीखों का ऐलान किया, तो वहीं बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी। जिसमें कइयों का पत्ता काट दिया गया, तो वहीं कई दिग्गजों को जगह भी दी गई। वहीं, सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है। बीते दिनों एक कार्यक्रम को संबोधित करने के क्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विश्वास जताया था कि आगामी दिनों में सभी चुनावी सूबों में उनकी पार्टी भारी मतों से जीत हासिल करेगी, तो वहीं उन्होंने राजस्थान को लेकर आशंका व्यक्त की थी। बता दें कि राजस्थान में वर्षों से सत्ता परिवर्तन की रवायत रही है। ऐसे में इस सूबे के लिए यकायक किसी भी नतीजे पर पहुंच जाना उचित नहीं रहेगा। इस सभी चुनावी सूबों के लिए ओपिनियन पोल भी सामने आया है, तो आइए जरा इस पर एक नजर डालते हैं और यह जानने का प्रयास करते हैं कि किस सूबे में किस पार्टी का राजतिलक होने जा रहा है?

मध्य प्रदेश का सियासी माहौल

सबसे पहले बात मध्य प्रदेश की करते हैं। साल 2018 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने तीनों ही राज्यों में जीत का पताका लहराया था। हालांकि, बाद में मध्य प्रदेश में सिंधिया की बगावती बिगुल की वजह से कांग्रेस को सत्ता गंवानी पड़ी थी, जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज हुए थे। वहीं, इस बार के प्रदेश के सियासी स्थिति की बात करें, तो ओपिनियन पोल के मुताबिक, सीटवार तरीके से माहौल बीजेपी के पक्ष में ही नजर आ रहा है। सबसे पहले बात भोपाल रीजन की करतें हैं, तो यहां सियासी माहौल बीजेपी के पक्ष में है। भोपाल में कुल 25 सीटें हैं, जिसमें से कांग्रेस के चुनाव जीतने की संभावना 42%, बीजेपी 50%, बीएसपी 1% व अन्य 1 फीसद है।

उधर, महाकौशल रीजन की बात करें, तो बीजेपी- 17-21, कांग्रेस- 21-25, बीएसपी- 0-0 और अन्य दल 0-1 पर नजर आ रहे हैं। ऐसे में माहौल बीजेपी के पक्ष में माहौल नजर आ रहा है। उधर, बघेलखंड की बात करें, तो यहां जनता की मेहरबानी बीजेपी के पक्ष में ही नजर आ रही है। इस रीजन में कुल 56 सीटें हैं। कांग्रेस- 35-39, बीजेपी- 17-21, बीएसपी- 0-1। उधर, चंबल की बात करें, तो यहां भी कुल मिलाकर माहौल बीजेपी के पक्ष में ही नजर आ रहा है। चंबल में बीजेपी के पक्ष में 4-8 सीटें। कांग्रेस के पक्ष में 26-30 सीटें। तो इन आंकड़ों ने तो बयां कर दिया कि मध्य प्रदेश में बीजेपी के पक्ष में माहौल है। बहरहाल, अब ये आंकड़े सार्थकता के पैमाने पर कितने खरे उतर पाते हैं। ये तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन आइए जरा छत्तीसगढ़ के सियासी स्थिति के बारे में भी विस्तार से जान लेते हैं।

जानें, छत्तीसगढ़ का सियासी मिज़ाज

वहीं, अगर छत्तीसगढ़ के सियासी मिजाज की बात करें, तो यहां भी कुल मिलाकर बीजेपी को ही जनता जनार्दन का प्यार मिल रहा है। सूबे में कुल 90 सीटें हैं, जिसमें से बीजेपी के खाते में 39-45 तो कांग्रेस के खाते में 45-51। वहीं, अन्य दल 2 सीटों पर ही सिमटते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि, इन आंकड़ों ने तो कांग्रेस के लिए सत्ता का मार्ग प्रशस्त कर दिया है, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कुछ सियासी विश्लेषकों का यहां तक कहना है कि प्रदेश में त्रिशंकु विधानसभा का रास्ता साफ होगा।

क्या कहती है तेलंगाना की जनता?

उधर, अगर तेलंगाना की बात करें, तो यहां कुल सीटें 119 हैं, जिसमें से बीजेपी के खाते में 16 फीसद सीटें। कांग्रेस 39 फीसद। बीआरएस 38 फीसद। उधर, अन्य 7 फीसद सीटों पर ही सिमटती हुई नजर आ रही है। बहरहाल, अब अपिनियन पोल के ये आंकड़े कितने सार्थक और विश्वनीय साबित हो पाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम छोटी बड़ी खबर से रूबरू होने के लिए बने रहिए। न्यूज रूम पोस्ट के साथ।

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