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किसानों को लेकर मोदी सरकार को घेरने चले थे विपक्षी दलों के नेता, ट्वीट कर दी गलत फोटो, लोगों ने बजा दी बैंड

नई दिल्ली। हरियाणा में शनिवार को भाजपा के विरोध में किसानों प्रदर्शन किया। जिसमें पुलिस और उग्र किसानों के बीच भिड़त देखने को मिली। बता दें कि भाजपा का विरोध करने को लेकर किसानों सड़क जाम करने की स्थिति बना दी थी। जिसके बाद स्थिति इस तरह की बनी कि किसानों ने उग्र रूप धारण कर लिया और पुलिस पर हथियार से वार करने लगे। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस उग्र रुप को देखते हुए पुलिस की तरफ से किसानों को वहां से हटाने के लिए बल प्रयोग किया गया। वहीं इसको लेकर और जानकारी देते हुए एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर नवदीप विर्क ने एक वीडियो के जरिए जानकारी दी कि, करनाल की ओर जाते किसानों को रोकने और उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया, जिसमें कम से कम 10 प्रदर्शनकारी घायल हो गए।

पुलिस के बल प्रयोग को लेकर कुछ किसानों को चोटें आईं, तो वहीं कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। ऐसे में अब किसानों पर किए गए हरियाणा पुलिस के बल प्रयोग का कई विपक्षी दलों के नेता मोदी सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगा रहे हैं। आपको बता दें कि कांग्रेसी नेता रणदीप सुरजेवाला, तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव, और कांग्रेस के ही नेता व शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने इसको लेकर आलोचना तो की लेकिन इन सभी ने जो फोटो इस्तेमाल की वो उस फोटो का 28 अगस्त की घटना से कोई मतलब नहीं है।

दरअसल मोदी सरकार पर किसान विरोधी आरोप लगाने के चक्कर में विपक्षी दलों ने भारी गलती ये कर दी कि उन्होंने गलत फोटो ट्वीट कर दी। जिसपर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं। एक यूजर ने इन सभी नेताओं के ट्वीट को शेयर करते हुए फोटो की सच्चाई बताई है।

हालांकि तस्वीरों के वायरल होने पर रणदीप सुरजेवाला के अकाउंट पर जब हमने जाकर इसे चेक किया तो उनका यह ट्वीट हमें नहीं दिखा।

इसके अलावा कांग्रेसी नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने भी इसी फोटो को ट्वीट कर लिखा कि, “ये सर देश के एक किसान का है और इस फटे सर पर लगे टॉंकों की वजह नरेंद्र मोदी जी की लाठियॉं हैं।”

वहीं तेजस्वी यादव के सलाहकार की भूमिका में काम कर रहे संजय यादव ने इसी फोटो को ट्वीट कर शासन-प्रशासन पर आरोप लगाया।

फिलहाल इन सभी के ट्वीट्स को सोशल मीडिया यूजर्स ने एक कर शेयर किया है। इस पर लोगों ने सुरजेवाला को सलाह दी कि कुछ होमवर्क करके शेयर किया करें।

वहीं एक यूजर ने इस फोटो की असलियत बताने के लिए एक पुराना वीडियो भी शेयर किया है।

वहीं करनाल में बीते दिन हुई इस घटना को लेकर एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर नवदीप विर्क ने कहा था कि, 28 अगस्त को करनाल में बसताड़ा टोल प्लाजा पर जो घटना हुई है, उसको लेकर तथ्य ये है कि सुबह करीब 12 बजे वहां कुछ किसान प्रदर्शनकारी मौजूद थे, उन्होंने जबरदस्ती नेशनल हाईवे को जाम किया और करनाल शहर की तरफ जाने की कोशिश की। जब पुलिस अधिकारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने उग्र रूप ले लिया। इसके बाद कुछ उग्र किसानों ने पुलिस पर कस्सी से हमला बोल दिया।

एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर नवदीप विर्क ने जानकारी दी थी कि, उग्र किसानों पर पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए उनपर हल्का बल प्रयोग किया। इस मामले में मिली जानकारी के मुताबिक 4 किसानों को चोट आई है और 10 पुलिसकर्मियों को भी चोट आई है।

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