लखनऊ। कोरोना के इलाज के लिए समर्थित एक निजी अस्पताल के खिलाफ कानपुर जिला प्रशासन ने ओवरचार्जिग को लेकर प्राथमिकी दर्ज की है। सोमवार को शिकायतकर्ता द्वारा दर्ज शिकायत में आरोप लगाया था कि पिछले सात दिनों में ओवरबिलिंग के रूप में उनसे 3.50 लाख रुपये वसूले गए हैं। इस पर जिला प्रशासन ने प्राथमिक जांच और इसके बाद मंगलवार को अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी किया। अतिरिक्त सिटी मजिस्ट्रेट (आई) और एक सरकारी डॉक्टर द्वारा की गई इस प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए गए थे। अस्पताल प्रबंधन द्वारा मामले पर संतोषजनक जवाब देने में विफल रहने के बाद जिला मजिस्ट्रेट आलोक तिवारी ने मंगलवार को अस्पताल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। उनके मुताबिक, प्रशासन ने निजी अस्पतालों से ओवरबिलिंग को लेकर सामने आ रहे मुद्दों की जांच के लिए स्टैटिक मजिस्ट्रेट और सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए हैं।
इसके अलावा, प्रशासन द्वारा पहले ही ओवरबिलिंग की किसी भी शिकायत को दर्ज कराने के लिए जनता को मोबाइल नंबर मुहैया कराया गया है। ओवरबिलिंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की चेतावनी देने के बावजूद भी कुछ निजी अस्पताल ऐसा करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
यूपी में कोरोना की रफ्तार
बता दें कि उत्तर प्रदेश में मंगलवार को अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने जानकारी दी कि, पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना के 32,993 नए मामले सामने आए और 30,398 लोग डिस्चार्ज हुए। सक्रिय मामलों की कुल संख्या 3,06,458 है। कल प्रदेश में 1,84,144 सैंपल्स की जांच की गई।