नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी पहले ही साफ कर चुके हैं कि उनकी पार्टी बंगाल चुनाव में हिस्सा लेगी। ओवैसी का ये कदम ममता सरकार की मुश्किलें बढ़ाने वाली हैं। फिहाल भाजपा की राज्य में सक्रियता ममता दीदी को पहले से ही परेशान कर रखी है, ऐसे में अब ओवैसी की सक्रियता ममता बनर्जी के लिए सिरदर्द का कारण बनी हुई है। बता दें कि रविवार को AIMIM सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी अचानक हुगली जिले के फुरफुरा शरीफ पहुंचे। यहां उन्होंने मुस्लिम नेता अब्बास सिद्दकी से मुलाकात की। पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मुस्लिम नेता अब्बास सिद्दकी से मुलाकात के दौरान ओवैसी ने राज्य के हालातों और आने वाले चुनावों पर चर्चा की। ममता बनर्जी के लिए परेशानी इस बात से है कि इस बार ओवैसी ने बंगाल चुनाव में AIMIM प्रत्याशियों को उतारने का ऐलान कर दिया है।
गौरतलब है कि यह पहला मौका है कि जब अपने बंगाल में प्रत्याशियों को उतारने का ऐलान करने के बाद ओवैसी राज्य के दौरे पर आए हैं। इसको लेकर पश्चिम बंगाल में AIMIM के स्टेट सेक्रेटरी जमीरुल हसन ने पत्रकारों को बताया, “ओवैसी बैठक को गुप्त रखना चाहते थे क्योंकि हम आशंकित थे कि राज्य सरकार ने उनके हवाई अड्डे से बाहर निकलने पर रोक लगा सकती है। कोलकाता हवाई अड्डे से वह सीधे अब्बास सिद्दीकी से मिलने हुगली गए।”
वहीं मुस्लिम नेता अब्बास सिद्दकी की बात करें तो सिद्दकी पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों के बीच में बड़ा नाम हैं। वो फुरफुरा शरीफ से ताल्लुक रखते हैं। वो लगातार विभिन्न मुद्दों पर राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर हमले बोल रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि वो चुनाव से पहले अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी लॉन्च कर सकते हैं।