नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में भारत ने जो मुकाम हासिल किया है, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। बड़े-बड़े तुर्रम-खां आज भारत के आगे आज सहर्ष घुटने टेकने पर आमादा हैं। उन्हें यह मानने में कोई गुरेज नहीं है कि अगर हमने भारत से किसी भी प्रकार का पंगा लिया, तो आगामी दिनों में इसकी हमें भारी कीमत चुकानी होगी। कई मौकों पर हमें इनकी बानगी देखने को मिल चुकी है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि ऐसी भूमिकाओं के जाल बुने जा रहे हैं। आखिर माजरा क्या है? जरा कुछ खुलकर बताएंगे, तो चलिए आगे कि रिपोर्ट में हम आपको सबकुछ विस्तार से बताते हैं।
जानिए पूरा माजरा
दरअसल, दुनिया के सर्वाधित शक्तिशाली देशों की पासपोर्ट की सूची जारी की गई है। अब आप यही सोच रहे होंगे कि आखिर इस सूची में भारत का कौन-सा स्थान है? तो आपको बता दें कि भारत इस सूची में 80वें स्थान पर है। खास बात यह है कि इस सूची में पाकिस्तान का नाम नदारद है। ध्यान दें, साल 2023 में भारत इस सूची में 83वें स्थान पर था। इस सूची में उज्बेकिस्तान का नाम भी शामिल है। उधर, चीन की बात करें, तो चीन इस सूची में 62वें स्थान पर है। वहीं, अफगानिस्तान 104वें स्थान पर है।
पहले पायदान पर कौन है?
उधर, अगर पहले पायदान की बात करें, तो फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, सिंगापुर और स्पैन का नाम शामिल है। वहीं, दूसरे स्थान पर फिनलैंड, दक्षिण कोरिया और स्वीडन का नाम शामिल है। इसके अलावा तीसरे स्थान पर ऑस्ट्रिया , डेनमार्क, आयरलैंड और नीदरलैंड्स का नाम शामिल है। इसके साथ ही चौथे स्थान पर बेल्जियम, लक्समबर्ग, नॉर्वे, पुर्तगाल और ब्रिटेन का नाम शामिल है। उधर, इस सूची से जिस तरह से पाकिस्तान का नाम नदारद है, उसे लेकर वैश्विक मंच पर एक बार फिर से चर्चाओं का बाजार गुलजार हो चुका है।