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Owaisi Go Back: ‘ओवैसी गो बैक’, गुजरात पहुंचे AIMIM प्रमुख पर भड़के लोग, किसी ने दिखाए काले झंडे, तो किसी ने…!

नई दिल्ली। गुजरात में इन दिनों विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रचार का सिलसिला जारी है। जहां देखो वहां सियासी नुमाइंदों का ही जमावड़ा नजर आता है। कोई अपनी उपबल्धियां गिनाने में मसरूफ है, तो कोई किसी की खामियां। अब ऐसे में आगामी दिनों में गुजरात की सत्ता पर कौन काबिज होता है? इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। ध्यान रहे कि प्रदेश में पहले चरण के चुनाव संपन्न हो चुके हैं। दूसरे चरण के चुनाव आगामी पांच दिसंबर को होने हैं और नतीजों की घोषणा आठ दिसंबर को होगी। फिलहाल, गुजरात की गलियां चुनाव प्रचार से गुलजार है। वहीं गुजरात में जारी चुनाव-प्रचार के बीच ओवैसी को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। जिससे उनके चाहने वालों को बड़ा धक्का लग सकता है। आइए, आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

दरअसल, खबर है कि गुजरात पहुंचे एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को काले झंडे दिखाए गए। भारी संख्या में लोगों ने उनकी रैली का विरोध किया। यही नहीं, ओवैसी के विरोध में उतरे लोगों ने ना महज ‘ओवैसी गो बैक’ के नारे लगाए, बल्कि मोदी–मोदी के नारों से भी गुजरात की गलियों को गुंजयमान कर दिया, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि इस बार विधानसभा चुनाव में ओवैसी की दाल नहीं गलने वाली है।

हालांकि, यह कोई पहली मर्तबा नहीं है कि जब उन्हें गुजरात में जारी चुनाव प्रचार के बीच काले झंडे दिखाए गए हैं, बल्कि इससे पहले भी गत शुक्रवार को उन्हें काले झंडे दिखाए थे और मोदी-मोदी के नारे लगाकर बीजेपी के पक्ष में अपने समर्थन का इजहार किया था। इतना ही नहीं, बतौर पाठक आपको यह जानकर हैरानी होगा कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने खुद ओवैसी की मुखालफत की है। उधर, दूसरी तरफ शुक्रवार को रोड शो करने गुजरात पहंचे पीएम मोदी की रैली में भारी संख्या में मुस्लिम मतदाता भी नजर आए। जिससे यह साफ जाहिर होता है कि ओवैसी इस बार बीजेपी के विरोध में माहौल बनाने में नाकाम रहेंगे। आइए, आगे हम आपको ओवैसी द्वारा संबोधन में इस्तेमाल किए मुख्य मसलों के बारे में विस्तार से बताते हैं।

बता दें कि जमालपुर में एआईएमआईएम प्रत्याशी साबिर के समर्थन में प्रचार करते हुए कहा कि साबित अल्लाह तुम्हें विधायक बना दे, ताकि फिर कोई बिलकिस बानो ना हो। यही नहीं, ओवैसी ने राहुल गांधी को अपना सबसे बड़ा राजनीतिक शत्रु बताया है। आमतौर पर ऐसा कहा जाता है कि कांग्रेस और एआईएमआईएम मुस्लिम परस्ती राजनीति करती है, जिसकी वजह से शायद राहुल और ओवैसी की विचारधाराएं मिलती हों, लेकिन अपने संबोधन में ओवैसी ने इन तमाम कयासों को सिरे से खारिज कर दिया।

ध्यान रहे कि प्रदेश में पहले चरण के चुनाव में 60 फीसद से अधिक मतदान दर्ज किया गया था। वर्तमान में बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने की दिशा में चुनाव प्रचार अपने चरम पर है। पहले चरण के चुनाव हो चुके हैं। दूसरे चरण के चुनाव आगामी पांच दिसंबर को होने हैं। नतीजों की घोषणा आठ को होगी। अब ऐसी स्थिति में सूबे की कमान किसके हाथों में आती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहे। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम

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