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Covid-19: कालाबाजारी पर PM मोदी सख्त, जिलाधिकारियों को दिए कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश 

नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर के बीच मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने राज्यों और ज़िलों के फील्ड अधिकारियों के साथ कोविड महामारी से निपटने के उनके अनुभव के बारे में बातचीत की। पीएम मोदी ने 8 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के 46 जिलाधिकारियों से सीधा संवाद किया। इस बैठक में कर्नाटक, बिहार, असम, चंडीगढ़, तमिलनाडु, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, गोवा, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के जिलाधिकारी शामिल हुए। इस दौरान पीएम मोदी ने जिलाधिकारियों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि, कालाबाजारी पर लगाम होनी चाहिए, ऐसा करने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। फ्रंट लाइन वर्कर्स का moral हाई रखकर उन्हें mobilize करना, आपके ये प्रयास पूरे जिले को मजबूती देते हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि हॉस्पिटल में कितने बेड उपलब्ध हैं, कहां उपलब्ध हैं? ये जानकारी आसानी से उपलब्ध होने पर लोगों की सहूलियत बढ़ती है। इसी तरह काला बाजारी पर लगाम हो, ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई हो।

पीएम मोदी की अहम बातें-

पीएम केयर्स के माध्यम से देश के हर जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने पर तेजी से काम किया जा रहा है। कई अस्पतालों में ये प्लांट काम करना शुरु भी कर चुके हैं। जिन जिलों को ये प्लांट आवंटित होने वाले हैं, वहां जरूरी तैयारी पहले से पूरी हों, ताकि ये प्लांट जल्द लग सके।

कोरोना की इस दूसरी वेव में अभी ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में हमें बहुत ध्यान देना है। इसमें फील्ड में बिताया आपका अनुभव और आपकी कुशलता बहुत काम आने वाली है। हमें गांव-गांव में जागरूता भी बढ़ानी और उन्हें बेहतर इलाज की सुविधाओं से भी जोड़ना है।

कोविड के अलावा आपको अपने जिले के हर एक नागरिक की ‘Ease of Living’ का भी ध्यान रखना है। हमें संक्रमण को भी रोकना है और दैनिक जीवन से जुड़ी ज़रूरी सप्लाई को भी बेरोकटोक चलाना है।

हमारी जिम्मेदारी संक्रमण को रोकने से फैलने की भी है। ये तभी संभव है जब हमें संक्रमण के स्केल की सही जानकारी होगी। Testing, Tracking, Treatment और Covid appropriate behavior इन सभी पर लगातार बल देते रहना जरूरी है।

जिन लोगों को आज बात करने का मौका नहीं मिला, उनके पास भी बहुत कुछ होगा। मेरा आपसे आग्रह है कि आपको लगता है कि जो चीज आपने अच्छी की है उसे मुझे लिखकर जरूर भेजिए। इसका अन्य ज़िलों में कैसे उपयोग हो मैं इसकी जरूर चिंता करूंगा। आपकी मेहनत और इनोवेशन देश के काम आनी चाहिए।

इस वायरस के खिलाफ हमारे हथियार क्या हैं? हमारे हथियार हैं- लोकल कन्टेनमेंट जोन, एग्रेसिव टेस्टिंग और लोगों तक सही और पूरी जानकारी।

हमारे देश में जितने जिले हैं, उतनी ही अलग अलग चुनौतियां भी हैं। आप अपने जिले की चुनौतियों को अच्छे से समझते हैं। इसलिए जब आपका जिला जीतता है, तो देश जीतता है। आपका जिला कोरोना को हराता है, तो देश कोरोना को हराता है।

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