नई दिल्ली। अपने दो दिनों के भारत दौरे पर आए अमेरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात को लेकर पीएम मोदी ने अपने एक ट्वीट में लिखा कि, “आज अमेरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन से मिलकर अच्छा लगा। मैं भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए राष्ट्रपति बाइडेन की मजबूत प्रतिबद्धता का स्वागत करता हूं, जो हमारे साझा लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित है और दुनियाभर की भलाई के लिए एक ताकत है।” वहीं बुधवार को ही ब्लिंकन ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। जिसमें उन्होंने भारत की सराहना की। उन्होंने कोरोना काल में भारत द्वारा अमेरिका को की गई मदद को लेकर कहा कि, कोविड संकट के वक्त भारत द्वारा की गई मदद को वह नहीं भूलेंगे। उन्होंने कहा कि, जिस तरह से भारत ने मदद की है, ऐसे में अमेरिका भी भारत की मदद करने से पीछे नहीं हटेगा। बता दें कि एंथनी ब्लिंकन ने वैक्सीन निर्माण के काम में 25 मिलियन डॉलर की मदद की बात कही है।
Good to meet US Secretary of State @SecBlinken today. I welcome President Biden’s strong commitment to strengthen the India-US Strategic Partnership, which is anchored in our shared democratic values and is a force for global good. pic.twitter.com/HlNqKVTM95
— Narendra Modi (@narendramodi) July 28, 2021
वहीं भारत की तरफ से एस जयशंकर ने भी अमेरिका की तारीफ की। जयशंकर ने कहा कि वैक्सीन निर्माण के लिए प्रमुख कच्चे माल की सप्लाई को बाइडेन प्रशासन द्वारा बंद नहीं किए जाने को लेकर भारत हमेशा याद रखेगा।
इसके अलावा भारतीय छात्रों के अमेरिका जाने और उनके वीजे को लेकर अमेरिकी मिशन के कर्मचारियों की प्रशंसा करते हुए अमेरिकी मिशन स्टाफ के साथ एक बैठक में उन्होंने कहा, “आपके काम के परिणामस्वरूप हम इस साल पहले से कहीं अधिक छात्रों को संयुक्त राज्य अमेरिका भेज सकते हैं।” उन्होंने कहा कि यह कई अलग-अलग तरीकों से महत्वपूर्ण है, यह वह जगह है जहां संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच स्थायी संबंध बनते हैं। ये ऐसे रिश्ते हैं जो अभी स्थापित नहीं होने जा रहे हैं बल्कि वर्षों तक, दशकों तक, पीढ़ियों तक टिके रहने की संभावना है। इससे अधिक महत्वपूर्ण कुछ नहीं हो सकता है।
उन्होंने कहा कि जो छात्र अब कक्षाएं शुरू करने या ग्रीष्मकालीन सत्र में भाग लेने में सक्षम होने जा रहे हैं, वे अपने रास्ते पर हैं, या वे संयुक्त राज्य अमेरिका में कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में हैं, आपके द्वारा किए गए उल्लेखनीय काम के लिए धन्यवाद। मैं इसे समझता हूं कि अगस्त के अंत तक आपने 68,000 छात्र वीजा साक्षात्कार आयोजित किए होंगे, जो कि वर्षों में सबसे अधिक है। और फिर, कोविड के दौरान ऐसा करना असाधारण है।
ब्लिंकन ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में वीजा पर वास्तव में असाधारण काम किया गया है और हमारे कुछ साथी नागरिकों को वापस लाया गया है। लगभग 6,000 अमेरिकी नागरिक और कानूनी निवासी, स्थायी निवासी, आपके काम के लिए आपको धन्यवाद करते है। ब्लिंकन ने कहा कि हम सभी को अच्छी तरह से याद है, और मुझे लगता है कि हम कभी नहीं भूलेंगे, जब भारत ने संयुक्त राज्य अमेरिका में कोविड के शुरूआती दिनों में हमारी सहायता की थी, जब हम विशेष रूप से कठिन समय में थे। मुझे इस तथ्य पर गर्व है कि भारत के लिए यह वास्तव में मायने रखता है, हम हर कदम बढ़ाने में सक्षम हैं।