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PM Modi: असम दौरे पर पीएम मोदी, स्थानीय लोगों ने नाच गाकर किया स्वागत, महिलाओं ने साथ में ली सेल्फी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम दौरे पर हैं। उन्होंने अपने दौरो की शुरुआत दीफू से की, जहां असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने उनका स्वागत किया। वहां के स्थानीय लोगों ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। स्थानीय कलाकार पारंपरिक अंदाज में नजर आए और उन्होंने नाच गाकर पीएम का अभिवादन किया। इस दौरान मोदी भी इन कलाकारों के साथ घुल-मिल गए और सबसे हाथ मिला कर उनका अभिवादन स्वीकार किया। कुछ महिलाओं ने पीएम मोदी के साथ सेल्फी भी खिंचवाई। इसी दौरान, एक महिला ने उनके पैर छुए, तो प्रधानमंत्री ने भी झुक कर उन्हें प्रणाम किया इसके बाद उन्होंने रैली को संबोधित किया। पीएम ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘मुझे जब-जब आपके बीच आने का मौका मिला है, आपका भरपूर प्यार और अपनापन देखकर ऐसा एहसास होता है कि जैसे ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्क हो रहा है। इतनी बड़ी संख्या में आप लोग यहां अपनी परंपरागत वेशभूषा में उपस्थित हुए हैं,  इसके लिए मैं आपका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।’ उन्होंने आगे कहा कि “ये सुखद संयोग है कि आज जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, उसी समय हम इस धरती के महान सपूत लचित बोरफुकान की 400वीं जयंति भी मना रहे हैं। उनका जीवन अपने आप में राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रशक्ति की प्रेरणा है। कार्बी आंगलोंग से देश के इस महान नायक को मैं हृदय से नमन करता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि ”भाजपा की डबल इंजन की सरकार जहां भी होती है, वहां हम सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना से काम करते हैं।

आज ये संकल्प कार्बी आंगलोंग की धरती पर फिर से सशक्त होता दिख रहा है। आज जो शिलान्यास के जो भी कार्यक्रम हुए हैं, ये केवल किसी इमारत का शिलान्यास नहीं है, ये यहां नौजवानों के उज्ज्वल भविष्य का भी शिलान्यास है। उच्च शिक्षा के लिए अब यहीं पर उचित व्यवस्था होगी जिससे अब गरीब से गरीब व्यक्ति भी अपने बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा दे सकेगा। बता दें, पीएम मोदी ने असम में डिब्रूगढ़ के खनिकर मैदान में एक कार्यक्रम के दौरान असम के 6 कैंसर अस्पतालों का उद्घाटन किया और  7 नए कैंसर अस्पतालों की आधारशिला रखी। पीएम मोदी ने आगे कहा कि, ‘असम की स्थायी शांति और तेज विकास के लिए जो समझौता किया गया था, उसे जमीनी स्तर पर लाने का काम तेज गति से चल रहा है। जो साथी, राष्ट्र निर्माण के लिए हथियार छोड़कर लौटे हैं, उसके पुनर्वास के लिए भी बेहतर काम किया जा रहा है। बीते दशकों में आप सभी ने एक लंबा समय बहुत मुश्किलों से गुजारा है, लेकिन 2014 के बाद नार्थ ईस्ट में मुश्किलें लगातार कम होती दिख रही हैं, लोगों का निरंतर विकास हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज देश ये देख रहा है कि बीते सालों में हिंसा, अराजकता और अविश्वास की दशकों पुरानी समस्याओं का किस प्रकार से समाधान किया जा रहा है।

पहले जब इस क्षेत्र के बारे मेें बात होती थी, तो कभी बम तो कभी गोली की आवाज सुनाई देती थी, लेकिन आज तालियां गूंजती सुनाई पड़ रही हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘नॉर्थ ईस्ट में सरकार और समाज के सामुहिक प्रयासों से जैसे-जैसे शांति लौट रही है, वैसे-वैसे पुराने नियमों में भी आवश्यकतानुसार बदलाव किए जा रहे हैं, लेकिन बीते 8 सालों के दौरान स्थाई शांति और बेहतर कानून व्यवस्था लागू होने की वजह से हमने AFSPA को नॉर्थ ईस्ट के कई क्षेत्रों से हटा दिया है।’ पीएम ने कहा कि बोडो अकॉर्ड हो या फिर कार्बी आंगलोंग का समझौता, लोकल सेल्फ गवर्नेंस पर हमने बहुत जोर दिया है। पिछले 7-8 साल से केंद्र सरकार निरन्तर प्रयास करती रही है कि स्थानीय शासन की संस्थाओं को सशक्त किया जाये और उसे अधिक पारदर्शी बनाया जाए।

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