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Bengal: चुनाव में हार निश्चित देख दीदी अब अपने पुराने खेल पर उतर आई हैं : पीएम मोदी

Bengal modi rally pic

नई दिल्ली। बंगाल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राज्य के कृष्णानगर में एक रैली करते हुए ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा। राज्य में मतदान के दौरान हो रही हिंसा को लेकर पीएम मोदी ने टीएमसी की बौखलाहट को जिम्मेदार माना। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि, यहां के कण-कण में हमारी आस्था, हमारे दर्शन, हमारे अध्यात्म की गाथाएं हैं। भाजपा देश का एकमात्र दल है जिसे वैचारिक ऊर्जा पश्चिम बंगाल की मिट्टी से मिलती रही है। पीएम मोदी ने कहा कि, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के आशीर्वाद से भाजपा अस्तित्व में आई है। आज भाजपा का सौभाग्य है कि बंगाल की इस मिट्टी की सेवा करने का अवसर, बंगाल के लोग हमें देने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि, दशकों के लंबे इंतजार के बाद बंगाल में आशोल पोरिबोरतोन का महायज्ञ शुरु हुआ है। ये महायज्ञ तुष्टिकरण करने वालों, टोलाबाजी करने वालों, बंगाल की महान जनता का तिरस्कार करने वालों को सबक सिखाएगा।

पीएम ने कहा अपनी रैली में कहा कि, बीजेपी की डबल इंजन सरकार, बंगाल को नया राजनीतिक वातावरण देगी। सरकार के फैसले सरकार तय करेगी तोलाबाज नहीं। प्रशासन के फैसले प्रशासन लेगा, तोलाबाज नहीं। पुलिस के फैसले, पुलिस करेगी, तोलाबाज नहीं। इस बार बैसाख की आंधी, टीएमसी सरकार और उसके गुंडों को भी उड़ा कर ले जाएगी। उन्होंने कहा कि, जनता जनार्दन ईश्वर का ही रूप होती है। जनता के सामने किसी का अहंकार नहीं टिक पाता। लेकिन दीदी को ये बात समझ नहीं आती। आज दीदी, चुनाव आयोग को गाली दे रही हैं।

पीएम मोदी ने क्या कहा-

आज दीदी, केंद्रीय वाहिनी को गाली दे रही हैं। आज दीदी, EVM को गाली दे रही हैं। हालत तो ये है कि दीदी आज अपनी पार्टी के ही पोलिंग एजेंट्स को गाली देने लगी हैं।

दीदी के साथी अनुसूचित जाति के लोगों को गाली दे रहे हैं। दीदी इतनी हताश हो चुकी हैं कि वो बंगाल के मतदाताओं को बदनाम कर रही हैं। चुनाव में हार निश्चित देख दीदी अब अपने पुराने खेल पर उतर आई है।

लोकतंत्र के उत्सव में भी दीदी आप माताओं-बहनों के आंसू गिरने की वजह बन रही हैं। आपकी दुर्नीति ने बंगाल का ये हाल कर दिया है। केंद्रीय वाहिनी पूरे देश में चुनाव करवाती है, निष्पक्ष चुनाव करवाती है।

आदरणीय दीदी, याद रखिए, ये 2021 का बंगाल है। अब आपको लोकतंत्र से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। आप बंगाल के लोगों को डराने की, उनमें भय फैलाने की जितनी कोशिश कर रही हैं, उतने ही ज्यादा लोग आपको हराने के लिए एकजुट हो रहे हैं।

आदरणीय दीदी, आप इस बात को समझिए, ये दृष्य देखिए! बंगाल का चुनाव सिर्फ भाजपा नहीं लड़ रही है, बंगाल का चुनाव बंगाल की जनता लड़ रही है। हार तय देखकर उन्होंने बंगाल से बाहर की राजनीति करने का फैसला कर लिया है। बनारस वाली बात ऐसे ही नहीं उछाली गई है। यानि चुनाव के बाद दीदी की Exit होगी और टीएमसी पर भाइपो नया खेल खेलने का दाव लगाएगा। ये भी एक खैला है, जो बंगाल के लोगों को समझना होगा।

बहन-बेटियों के साथ जघन्य अपराध होते रहे, दीदी चुप रहीं। जो सरकारी प्रकल्प बनाए, वो भी किसी को आधे-अधूरे पहुंचे, कटमनी देकर पहुंचे, किसी को आजतक लाभ नहीं मिला, दीदी आप सब जानती थीं, लेकिन तब भी चुप थीं।

जिन मुस्लिम बहनों, बेटियों ने दीदी को इतना प्यार दिया, उनके साथ तो दीदी ने बहुत ही बुरा किया। भाजपा सरकार ने तीन तलाक की प्रताड़ना से मुक्त करने के लिए सख्त कानून बनाया। लेकिन दीदी मुस्लिम बहनों के ही विरोध में खड़ी हो गईं।

शिल्प, बिजनेस, चाकरी, निवेश, यहां की TMC सरकार की प्राथमिकता में ही नहीं है। दीदी की टीएमसी सिर्फ तोलाबाजी में एक्सपर्ट है। दीदी की टीएमसी कटमनी-सिंडिकेट में एक्सपर्ट है। दीदी की टीएमसी भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या में एक्सपर्ट है। दीदी की टीएमसी छप्पा भोट में एक्सपर्ट है।बंगाल में आलू किसानों को उनकी बीज की कीमत तक नहीं मिल पा रही है। बिचौलियों और कोल्ड स्टोरेज के सिंडिकेट ने किसानों को बहुत परेशान किया है। दीदी की दुर्नीति ने किसानों की कमर तोड़ी है, भाजपा की डबल इंजन सरकार सिंडिकेट की कमर तोड़ेगी।

बिचौलियों और कोल्ड स्टोरेज के सिंडिकेट ने कृषक को बहुत परेशान किया है। मैं आज कृष्णानगर की इस पवित्र धरती से कह रहा हूं… दीदी की दुर्नीति ने कृषक की कमर तोड़ी है, भाजपा की डबल इंजन सरकार सिंडिकेट की कमर तोड़ेगी।

बंगाल की भाजपा सरकार में नए अस्पतालों के निर्माण के साथ ही पुराने अस्पतालों को बेचने वालों, जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों, सबकी फाइल खुलेगी। जिन्होंने बंगाल के लोगों को लूटा है, उन सभी को सजा मिलेगी।

दीदी ने आपसे इस पूरे क्षेत्र को मेडिकल हब बनाने का वादा किया था। मेडिकल हब तो नहीं बना, लेकिन मुझे बताया गया है कि जो यहां इतना बड़ा टीबी अस्पताल था, उसके ईंट-पत्थर तक तृणमूल के तोलाबाज बेचकर खा गए।

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