नई दिल्ली। नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने वाले विपक्षी दलों को पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने ऑस्ट्रेलिया दौरे का उदाहरण देकर आईना दिखाया है। पीएम मोदी आज सुबह ऑस्ट्रेलिया के दौरे से भारत लौटे। दिल्ली के पालम एयरपोर्ट के बाहर उन्होंने मौजूद बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान ही पीएम ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने वालों को संकेतों में नसीहत दी। इशारों में विपक्ष पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया के पीएम का आना हम सभी के लिए गौरव की बात तो है ही, लेकिन इतना ही नहीं। उस समारोह में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व पीएम, विपक्ष के सांसद और सत्ता पक्ष के सांसद सब आए थे। सब मिलजुल कर भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में शामिल हुए।
भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया के पीएम का आना हम सभी के लिए गौरव की तो बात है ही, लेकिन इतना ही नहीं, उस समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री भी थे… विपक्ष के सांसद थे, सत्ता पक्ष के सांसद थे… सब के सब मिलजुल कर भारतीय समुदाय के इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। ये यश मोदी… pic.twitter.com/VYGYPHSFQT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 25, 2023
पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना वैक्सीन का हवाला देकर भी विपक्ष पर तगड़ा वार किया। उन्होंने कहा कि संकट के समय देश में कुछ लोग पूछ रहे थे कि मोदी दुनिया को वैक्सीन क्यों दे रहे हैं। मोदी ने कहा कि याद रखिए, ये गौतम बुद्ध और महात्मा गांधी की धरती है। हम तो अपने दुश्मनों का भी ख्याल रखते हैं। उन्होंने कहा कि हम ऐसे ही आगे बढ़ते हैं। करुणा से प्रेरित हम लोग हैं। उन्होंने कहा कि चुनौती बड़ी है, लेकिन मैं हमेशा हर चुनौती को चुनौती देता हूं। उन्होंने देशवासियों से ये भी कहा कि वे कभी भी गुलामी की मानसिकता से किसी से बात न करें। मोदी ने कहा कि तीन देशों के दौरे में जो भी सम्मान मिला, वो 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है।
दरअसल, नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई को पीएम मोदी को करना है। इस पर सियासत गरमाई हुई है। कांग्रेस समेत 20 दलों ने राष्ट्रपति का अपमान बताकर इस समारोह में शामिल होने से इनकार कर बहिष्कार की बात कही है। ये दल चाहते हैं कि राष्ट्रपति ही नए संसद भवन का उद्घाटन करें। जिन पार्टियों ने बहिष्कार किया है, उनमें कांग्रेस के साथ ही टीएमसी, आम आदमी पार्टी, सपा, आरजेडी, डीएमके, जेडीयू, उद्धव ठाकरे गुट, सीपीएम, सीपीआई, एनसीपी, आईयूएमएल, जेएमएम, केरल कांग्रेस (मणि), केएसपी, वीसीके, एमडीएमके, राष्ट्रीय लोकदल, आरएसपी और एआईयूडीएफ शामिल हैं।