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भाजपा नेता अरुण जेटली की पहली पुण्यतिथि पर पीएम मोदी हुए भावुक, ट्वीट कर कही ये बात

नई दिल्ली। भाजपा के दिग्गज नेता और देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की पहली पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें याद करते हुए एक ट्वीट में अपनी और जेटली की दोस्ती का जिक्र किया। बता दें कि ठीक एक साल पहले आज ही के दिन अरुण जेटली ने दुनिया को अलविदा कहा था। जेटली की पहली पुण्यतिथि पर भाजपा नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई नेताओं ने उन्हें ट्वीट कर याद किया। पीएम मोदी ने कहा, मुझे अपने दोस्त की बहुत याद आती है। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि, ‘इस दिन, पिछले साल हमने श्री अरुण जेटली जी को खो दिया था। मुझे अपने दोस्त की बहुत याद आती है। अरुण जी ने लगन से भारत की सेवा की। उनकी बुद्धि, कानूनी कौशल और व्यक्तित्व महान था।’

वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘अरुण जेटली जी एक उत्कृष्ट राजनीतिज्ञ, विपुल वक्ता और एक महान इंसान थे, जिनकी भारतीय राजनीति में कोई समानता नहीं थी। वह बहुआयामी और मित्रों के मित्र थे। जो हमेशा अपनी विशाल विरासत, परिवर्तनकारी दृष्टि और देशभक्ति के लिए याद किए जाएंगे।’

इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर जेटली को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, ‘प्रखर नेता, विचारक, पद्म भूषण से सम्मानित पूर्व वित्त मंत्री स्व. श्री अरुण जेटली जी की प्रथम पुण्यतिथि पर उन्हें शत् शत् नमन। राष्ट्र निर्माण में उनकी जनकल्याणकारी नीतियों एवं योजनाओं का अप्रतिम योगदान सदैव याद किया जाएगा।’

बता दें कि भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर पूर्व केंद्रीय मंत्री को याद किया। भाजपा ने ट्वीट किया, ‘प्रतिष्ठित विद्वान, संचालक, वकील, प्रशासक और पूर्व केंद्रीय मंत्री, पद्म विभूषण श्री अरुण जेटली को उनकी पहली पुण्यतिथि पर हार्दिक श्रद्धांजलि। विविध क्षेत्रों में शानदार ज्ञान और अनुकरणीय योगदान की उनकी विरासत भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।’

अरुण जेटली ने जीवन की हर भूमिका में अमिट छाप छोड़ी। छात्र जीवन में 1974 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष बने और उसी वर्ष जेपी के संपूर्ण क्रांति आंदोलन से जुड़े। आपातकाल में महीनों जेल में रहे। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में अपनी भाषण शैली से सबको प्रभावित किया।

वकील की भूमिका में कानून के विद्वान के रूप में ख्याति पाई। केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में जीएसटी, दिवालिया कानून और बैंकों के एकीकरण सहित कई बड़े बदलावों की नींव रखी। उनका जन्म भले बिहार में नहीं हुआ था, लेकिन बिहार और यहां की राजनीति से उनका गहरा जुड़ाव था।

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