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G7 Summit Japan: बैठे थे PM मोदी, चलकर आए बाइडेन और लगाया गले, G7 में दिखी दोनों की गजब केमिस्ट्री

G7 Summit Japan: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हिरोशिमा में मौजूदगी को बड़े ही महत्वपूर्ण नजरिये से देखा जा रहा है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि भारत उन कुछ देशों में से एक है, जिसने परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। इसके अलावा, पीएम मोदी पीस मेमोरियल पार्क का दौरा करने वाले जी-7 नेताओं में शामिल होंगे, जो हमले के पीड़ितों और जिन्दा बच गए लोगों के लिए डेडिकेटेड है।

हिरोशिमा। जापान में आयोजित किए जा रहे जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान एक बड़ा ही अनोखा दृश्य देखने को मिला, जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन खुद आगे चलकर आए और प्रधानमंत्री मोदी के पास पहुंचे। बता दें कि मोदी उस समय अपनी कुर्सी पर बैठे थे। और बाइडेन के पहुंचने के बाद दोनों नेताओं ने गले लगकर एक दूसरे का स्वागत किया। ये दर्शाता है, कि भारत और अमेरिका के संबंध कितने प्रगाढ़ और मजबूत होते जा रहे हैं।

आपको बता दें कि इस बार G7 जिसमें जापान, जर्मनी, इटली, यूके, अमेरिका, फ़्रांस, कनाडा जैसे देश शामिल हैं, इस शिखर सम्मेलन का आयोजन जापान के हिरोशिमा हो रहा है, जिसमें भाग लेने के लिए शुक्रवार को भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी पहुंचे हैं। पीएम मोदी ने शुक्रवार को हिरोशिमा के शेरेटन होटल में पहुंचने के बाद भारतीय समुदाय के के लोगों के साथ भी मीटिंग और बातचीत की। जी7 शिखर सम्मेलन का आयोजन 19 मई से शुरू हुआ है, जो 21 मई तक चलेगा। 1974 में पोखरण में परमाणु परीक्षण किए जाने के बाद से किसी भारतीय प्रधान मंत्री का हिरोशिमा का पहला दौरा है। इससे पहले भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1957 में हिरोशिमा शहर का दौरा किया था, जिसपर उनके दौरे से ठीक 12 साल पहले 1945 में अमेरिका ने जापानी शहरों हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम दागे थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हिरोशिमा में मौजूदगी को बड़े ही महत्वपूर्ण नजरिये से देखा जा रहा है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि भारत उन कुछ देशों में से एक है, जिसने परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। इसके अलावा, पीएम मोदी पीस मेमोरियल पार्क का दौरा करने वाले जी-7 नेताओं में शामिल होंगे, जो हमले के पीड़ितों और जिन्दा बच गए लोगों के लिए डेडिकेटेड है।

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