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PM Modi in Shillong: नॉर्थ ईस्ट से ड्रैगन को PM मोदी का कड़ा संदेश, कहा-डंके की चोट पर सीमा पर…

PM Modi in Shillong: पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा, लंबे समय तक देश में यह सोच रही है कि बॉर्डर एरिया में विकास होगा। कनेक्टिविटी बढ़ेगी। तो दुश्मन को फायदा होगा। ये सोचा जाता था। मैं कल्पना भी नहीं कर सकता हूं। क्या ऐसा भी सोचा जा सकता है। पहले की सरकार की इस सोच के कारण नॉर्थ ईस्ट समेत देश के सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बेहतर नहीं हो पाई।

PM Modi and jinping

नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीन को कड़ा सबक सिखाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सख्त मैसेज दिया है। पीएम मोदी ने नॉर्थ ईस्ट से ड्रैगन का बिना नाम लिए बैगर कड़ा पैगाम दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सीमा पर डंके की चोट पर निर्माण करेंगे। वाइब्रेंट विलेज बनाएगे। इस दौरान पीएम मोदी ने पिछली सरकारों को भी निशाने पर लिया। पीएम मोदी ने कहा कि, हमारे लिए नॉर्थ ईस्ट बॉर्डर एरिया आखिरी छोर नहीं, बल्कि सुरक्षा और समृद्धि के गेटवे है। राष्ट्र की सुरक्षा भी यही से सुनिश्चित होती है और दूसरे देशों से व्यापार, कारोबार भी यही से होता है। इसलिए एक और महत्वपूर्ण योजना है। जिसका लाभ नॉर्थ ईस्ट के राज्यों को होने वाला है। वो योजना है वाइब्रेंट विलेज बनाना। इसके तहत सीमावर्ती गांवों में बेहतर सुविधाएं विकसित की जाएगी।

पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा, लंबे समय तक देश में यह सोच रही है कि बॉर्डर एरिया में विकास होगा। कनेक्टिविटी बढ़ेगी। तो दुश्मन को फायदा होगा। ये सोचा जाता था। मैं कल्पना भी नहीं कर सकता हूं। क्या ऐसा भी सोचा जा सकता है। पहले की सरकार की इस सोच के कारण नॉर्थ ईस्ट समेत देश के सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बेहतर नहीं हो पाई।

जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने चीन का बिना नाम लिए सख्त संदेश देते हुए कहा, लेकिन आज डंके की चोट पर बॉर्डर पर नई सड़कें, नई टनल, नए पुल, नई रेल लाइन, नए एयर स्ट्रिप बनाने का काम तेज गति से चल रहा है। जो सीमावर्ती गांव कभी वीरान हुआ करते थे। हम उन्हें वाइब्रेंट बनाने में जुटे है। जो गति हमारे शहरों के लिए महत्वपूर्ण है, हमारे बॉर्डर पर भी वही गति होना आवश्यक है। इससे टूरिज्म भी बढ़ेगा और जो लोग गांवों को छोड़कर गए है। वो भी वापस लौटकर आएंगे।

गौरतलब है कि अरुणाचल के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच भिड़त हो गई थी। जिसका भारतीय सेना ने चीन को करारा जवाब दिया था। सेना ने 300 से ज्यादा पीएलए सैनिक को पीछे भगाने पर मजबूर कर दिया था। दोनों देशों की सेना के बीच 09 दिसंबर को भिड़त हुई थी। जिसको लेकर संसद के दोनों सदनों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष को जानकारी भी दी थी।

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