नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के भारत मंडपम में वैश्विक सहकारी सम्मेलन 2024 का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम ने सहकारी आंदोलन को सर्कुलर इकोनॉमी से जोड़ने, अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आज सहकारी आंदोलन में महिलाएं बड़ी भूमिका निभा रही हैं। सहकारी क्षेत्र को मजबूत करने के प्रयास के तहत 2 लाख अतिरिक्त बहुउद्देश्यीय समितियां बनाई जा रही हैं। भविष्य में भारत विकास में सहकारी समितियों की बड़ी भूमिका देखता है। भारत के लिए, सहकारिता संस्कृति का आधार है, यह जीवन जीने का एक तरीका है।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>New Delhi: PM Modi inaugurates Global Cooperative Conference at Bharat Mandapam<br><br>PM Modi says, ''You must have heard about the significant movement of Self-Help Groups in India. This movement, driven by women's participation, is a massive effort towards women empowerment. Today,… <a href=”https://t.co/SFEg1gqKYJ”>pic.twitter.com/SFEg1gqKYJ</a></p>— IANS (@ians_india) <a href=”https://twitter.com/ians_india/status/1861008234875932977?ref_src=twsrc%5Etfw”>November 25, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
पीएम मोदी ने कहा कि आज एक और विषय पर और चिंतन की जरूरत है, क्या हम विश्व स्तर पर बड़े वित्तीय संस्थान बना सकते हैं जो दुनिया भर में सहकारी समितियों को वित्तपोषित कर सकें? आईसीए पहले से ही अपनी भूमिका प्रभावी ढंग से निभा रहा है, लेकिन भविष्य में इससे आगे जाना जरूरी है। वर्तमान वैश्विक स्थिति सहकारी आंदोलन के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करती है। सहकारी समितियों को भी दुनिया में अखंडता और पारस्परिक सम्मान के लिए निगेटिविटी के बैरियर के रूप में खुद को स्थापित करना होगा। इसके लिए हमें अपनी नीतियों में सुधार करने और प्रभावी ढंग से रणनीति बनाने की जरूरत है।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>New Delhi: PM Modi inaugurates Global Cooperative Conference at Bharat Mandapam<br><br>PM Modi says, ''You must have heard about the significant movement of Self-Help Groups in India. This movement, driven by women's participation, is a massive effort towards women empowerment. Today,… <a href=”https://t.co/SFEg1gqKYJ”>pic.twitter.com/SFEg1gqKYJ</a></p>— IANS (@ians_india) <a href=”https://twitter.com/ians_india/status/1861008234875932977?ref_src=twsrc%5Etfw”>November 25, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
प्रधानमंत्री ने कहा, आपने भारत में स्वयं सहायता समूहों के महत्वपूर्ण आंदोलन के बारे में सुना होगा। महिलाओं की भागीदारी से महिला सशक्तिकरण का यह बहुत बड़ा आंदोलन है। आज भारत में 10 करोड़ महिलाएँ स्वयं सहायता समूहों की सदस्य हैं। पिछले एक दशक में इन समूहों को सरकार ने 9 लाख करोड़ रुपये का ऋण प्रदान किया गया है। इससे इन्होंने गांवों में बहुत से काम किए हैं। मोदी ने कहा कि इस सदी में ग्लोबल ग्रोथ में बहुत बड़ा फेक्टर महिलाओं की भागीदारी का होने वाला है। जो देश जो समाज जितनी अधिक भागीदारी महिलाओं को देगा उतना ही तेज़ी से ग्रो करेगा। मोदी ने कहा कि अब हम 2 लाख ऐसे गांवों में मल्टीपरपज सहकारी समितियों का गठन कर रहे हैं जहां अभी कोई समिती नहीं है। हम मैन्युफैक्चरिंग से लेकर सर्विस सेक्टर में कोऑपरेटिव का विस्तार कर रहे हैं।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”hi” dir=”ltr”>नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा "अब हम 2 लाख ऐसे गांवों में मल्टीपरपज सहकारी समितियों का गठन कर रहे हैं जहां अभी कोई समिती नहीं है। हम मैन्युफैक्चरिंग से लेकर सर्विस सेक्टर में कोऑपरेटिव का विस्तार कर रहे हैं…।" <a href=”https://t.co/6kZtCWjVFM”>pic.twitter.com/6kZtCWjVFM</a></p>— IANS Hindi (@IANSKhabar) <a href=”https://twitter.com/IANSKhabar/status/1861008060099248575?ref_src=twsrc%5Etfw”>November 25, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>