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Kumar Vishwas on Kejriwal: ‘फ्लावर समझा क्या’, कुमार विश्वास ने केजरीवाल को फिर दी चुनौती

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नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कवि कुमार विश्वास और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है। एक तरफ जहां कुमार विश्वास के आरोपों पर शुक्रवार को दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जवाब दिया और कुमार विश्वास के द्वारा लगाए गए तमाम आरोपों को एक सिरे से खारिज कर दिया। वहीं अब कुमार विश्वास ने एक बार फिर केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए नई चैलेंज दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘फ्लावर समझा क्या’।

कुमार विश्वास ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”वो दो (अरविंद केजरीवाल) चीजों में माहिर है। पहला एक तो बड़े आत्मविश्वास के साथ सफ़ेद झूठ बोलना। दूसरा एक सीरत बनाकर की सिध करना पूरी दुनिया उनके पीछे पड़ी हुई। इस प्रक्रिया से उन्होंने एक समय में पूरे देश को मूर्ख बनाया और फिर हम साथियों का मूर्ख बनाया और फिर एक प्रदेश में डोरे डाला। यहां तो बात आती जाती रही है। लेकिन अगर देश की बात दी तो मुझसे अचानक एक इंटरव्यू में एक वाक्या निकला तो इसमें इतनी परेशानी क्या वो आए ना। बात करे या पर आकर। मैं आपसे पूछना चाहता हूं आपको किसी ने आंतकी नहीं कहा।  लेकिन आप और देश को ये बताए कि पिछले चुनाव में आपके घर पर टेररिस्ट एसोसिएशन से सहानुभूति रखने वाले लोग बात करने वाले लोग आते थे या नहीं। लेकिन जब मैंने इस पर आपत्ति उठाई थी तब मुझे पंजाब की बैठकों से बाहर कर दिया गया था। आगे उन्होंने कहा कि मैंने ऐसी ही एक बैठक रंगे हांथ पकड़ी थी तब मैं बाहर खड़े प्रहरी को अलग कर घर के भीतर घुसा था और जब अंदर जाकर देखा तो वही लोग बैठे थे और तब उन्होंने कहा कि कुछ नहीं कुछ नहीं इसका चुनाव में बड़ा फायदा होगा।

कुमार विश्वास अरविन्द केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सार्वजानिक मंच पर आकर मुझे बहस क्यों नहीं करते हैं। मैं एक हास्य कवि हूं लेकिन मैं बता दूं कि मैं एक पढ़ा लिखा हू गोल्ड मेडलिस्ट हूं 17 साल कॉलेज में पढ़ाया है। लेकिन आप पंजाब में एक ऐसे हास्य कवि (भगवंत मान )के साथ घूम रहे हो जिसने 12 वी भी तीन बार में पास की है। कुमार विश्वास ने कहा कि, मैं आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य को यह चुनौती देता हूं कि वो यह कह दे कि मैं खालिस्तान के खिलाफ लडूंगा और यह खालिस्तानी दिल्ली और किसी राज्य में पनपने नहीं दूंगा। दिल्ली या किसी राज्य में पनपने नहीं दूंगा।

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