नई दिल्ली। बुल्ली बाई एप मामले में गिरफ्तार आरोपी मयंक और श्वेता 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे दिए गए हैं। मयंक कोरोना संक्रमित होने की वजह से अदालत में मौजूदा नहीं था। पुलिस कस्टडी खत्म होने के बाद दोनों न्यायिक हिरासत में भेज दिए गए हैं। वहीं, आरोपी मयंक के वकील संदीप शेरखाने ने मीडिया से मुखातिब होने के दौरान बताया कि पुलिस हिरासत खत्म होने के बाद आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजे जाने का निर्देश दिया गया है। मुमकिन है कि पुलिस पूछताछ के दौरान इन दोनों ही आरोपियों से इस मामले से जुड़े कई गहन सवाल पूछे जाएंगे, जिनका जवाब देने से ये अब तक बचते हुए आ रहे हैं। इसके अलावा बुल्ली बाई एप मामले में श्वेता और मयंक के अलावा 21 वर्षीय विशाल और नीरज बिश्नोई को गिरफ्तार किया गया है। अब तक इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इन सभी आरोपियों से इस मामले से जुड़े कई सवाल पूछे जाने का सिलसिला जा रही है। चलिए, आगे जानते हैं कि आखिर यह पूरा मामला क्या है।
आखिर क्या है बुल्ली बाई एप मामला
बुल्ली बाई एप मुस्लिम महिलाओं की बोली लगाने का एक अडडा है। इस एप को उक्त चारों आरोपियों ने मिलकर तैयार किया है। जहां से इन लोगों ने मुस्लिम महिलाओं की तस्वीर लगाकर इन बोली लगाने का काम शुरू किया। इस एप में सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाली मुस्लिम महिलाओं का इस्तेमाल किया जाने लगा। इसके अलावा किसी को भी इस बात पर शक न हो। इसके लिए इस एप का नाम पंजाबी में रखा गया। लेकिन यह एप उस वक्त प्रकाश में आ गया जब एक मुस्लिम महिला पत्रकार ने अपनी तस्वीर एस पर देखी तो चौंक गई।
‘Bulli Bai’ app case | Court sends accused Shweta Singh and Mayank into 14-day judicial custody: Sandeep Sherkhane, accused Mayank’s lawyer https://t.co/7nr35s5ia0 pic.twitter.com/rpC0cNLxS1
— ANI (@ANI) January 14, 2022
लेकिन उन्होंने बिना देरी करते हुए ट्विटर पर पोस्ट कर इस एप को जगजाहिर करने का काम किया है, जिसके बाद कई लोग इस एप व इसे निर्मित करने वाले आरोपियों के खिलाफ बोलते हुए नजर आए। साथ ही इस तंत्र को अंजाम देने वाले आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग भी की। इसी क्रम में अब तक चार आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार किया चुका है जिनसे पूछताछ का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में देखना होगा कि आगे चलकर यह पूरा मामला क्या रुख अख्तियार करता है।