नई दिल्ली। पहलगाम में पर्यटकों पर हमला कर 26 लोगों को मारने वाले आतंकियों में शामिल तीन संदिग्धों के पोस्टर कश्मीर में जगह-जगह लगाए गए हैं। इन आतंकियों पर 20 लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया गया है। सुरक्षाबल इन आतंकियों को पकड़ने के लिए पहलगाम हमले के बाद से ही लगातार अभियान चला रहे हैं हालांकि अभी तक उन्हें सफलता नहीं मिल सकी है। इससे पहले जिन आतंकियों के स्केच जारी किए गए थे उनका नाम हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान, अली भाई उर्फ तल्हा और आदिल थोकर है। ये लश्कर से जुड़े हुए हैं।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> | Jammu & Kashmir | Posters appear in different parts of Pulwama District, announcing Rs 20 lakh reward on information of terrorists involved in Pahalgam terror attack <a href=”https://t.co/QN6cqfHq7r”>pic.twitter.com/QN6cqfHq7r</a></p>— ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1922157448061767682?ref_src=twsrc%5Etfw”>May 13, 2025</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान में घुसकर 9 आतंकी ठिकानों को बरबाद कर दिया। इस ऑपरेशन में 100 से ज्यादा आतंकियों मारे जाने की खबर है जिसमें कुछ टॉप आतंकी भी हैं। ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत पर हमला कर दिया मगर भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को हवा में ही ध्वस्त कर दिया। इसके बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई करते पाकिस्तानी एयर बेस, उसके एयर डिफेंस सिस्टम को बड़ी क्षति पहुंचाई। हालांकि बाद में पाकिस्तान ने खुद ही भारत से सीजफायर का अनुरोध किया। भारत ने फिलहाल युद्ध विराम की घोषणा कर दी है।
एक दिन पहले ही पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में पाकिस्तान को खुली चेतावनी देते हुए कहा है कि हमने सिर्फ कार्रवाई को स्थगित किया है खत्म नहीं, हमारी नजर पाकिस्तान के ऊपर है। भविष्य में पाकिस्तान के रवैये पर ही हमारी रणनीति निर्भर करेगी। इसी के साथ मोदी ने कहा कि आज आतंकी और आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहन बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है। आपरेशन सिंदूर सिर्फ नाम नहीं न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है। 6 मई की देर रात 7 मई की सुबह पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा।