भुवनेश्वर। प्रख्यात ओड़िया संगीतकार और पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित प्रफुल्ल कर का रविवार रात निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, कर ने भुवनेश्वर के सत्य नगर स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। वह उम्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को पुरी स्वर्गद्वार में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दो मंत्रियों -प्रताप जेना और समीर रानाजन दास को पुरी में अंतिम संस्कार के दौरान मौजूद रहने के लिए कहा है। जानकारी के मुताबिक, 1939 में जन्मे कार के परिवार में उनकी पत्नी मनोरमा और तीन बच्चे हैं। वह एक कुशल संगीतकार, लेखक और स्तंभकार थे। कला और संगीत के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें 2015 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
कर ने 70 से अधिक ओड़िया फिल्मों के लिए संगीत दिया और कई फिल्मों, एल्बम और रेडियो कार्यक्रमों के लिए अपनी आवाज दी। वह अपने गीत ‘कमला देश राजकुमार’ से घर-घर में मशहूर हो गए थे। यह दुखद समाचार मिलने के बाद, विभिन्न क्षेत्रों के लोग उन्हें अंतिम सम्मान देने के लिए उनके घर जा रहे हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ओडिशा के राज्यपाल जेनेशी लाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय मंत्री धर्मेद्र प्रधान और कई जानी-मानी हस्तियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने ट्वीट में कहा, “प्रफुल्ल कार जी के निधन से बहुत दुख पहुंचा है। ओड़िया संस्कृति और संगीत में उनके अग्रणी योगदान के लिए याद किया जाएगा। वह बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे और उनके कार्यो में रचनात्मकता झलकती है। मेरी उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना है। ओम शांति।”
Anguished by the passing away of Shri Prafulla Kar Ji. He will be remembered for his pioneering contribution to Odia culture and music. He was blessed with a multifaceted personality and his creativity was reflected in his works. Condolences to his family and admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 18, 2022
कार के निधन को ओड़िया संगीत उद्योग में एक युग का अंत करार देते हुए पटनायक ने कहा कि वह अपनी अनूठी संगीत रचना के लिए हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगे।