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Proud Moment: पुलवामा हमले में शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल की पत्नी ने ज्वॉइन की इंडियन आर्मी

Nitika Kaul

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुलवामा में साल 2019 में शहीद हुए मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल (Maj Vibhuti Shankar Dhoundiyal) की पत्नी निकिता कौल (Nitika Kaul) शनिवार को भारतीय सेना में बतौर लेफ्टिनेंट शामिल हो गई हैं। शनिवार को उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाई.के. जोशी ने सितारों को उनके कंधों पर लगाया। वह इसी साल 26 मई को ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से पास आउट हुई थीं। शनिवार को उन्हें औपचारिक रूप से भारतीय सेना में शामिल कर लिया गया। वह लेफ्टिनेंट के रूप में सेना में शामिल होंगी। सेना की वर्दी पहन कर निकिता कौल ने अपने पति के सपने को साकार किया और उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी।

शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को पत्नी का आखिरी संदेश देखकर रो देंगे आप (वीडियो)

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में साल 2019 में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के 4 जवान शहीद हो गए थे जिनमें मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल भी शामिल थे। जब मेजर ढौंडियाल का पार्थिव शरीर उनके घर देहरादून पहुंचा तो उनके अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। उनकी पत्नी निकिता समेत परिजनों ने नम आंखों से मेजर को श्रद्धांजलि दी।

इस मौके पर शहीद की पत्नी मेजर के ताबूत के पास खड़ी रहीं और उनका चेहरा हाथों से चूमकर उन्हें आई लव यू कहा। पत्नी पार्थिव शरीर के पास खड़ीं थीं और उनके चेहरे के भाव किसी को भी गमगीन करने के लिए काफी थे। निकिता अपने आंसुओं के सैलाब को अपनी आंखों में दफन करे खड़ीं रहीं क्योंकि उनके पास ही विभूति की मां का रो-रोकर बुरा हाल था, ऐसे में निकिता उन्हें भी संभाल रहीं थीं।

जब मेजर का अंतिम संस्कार किया गया था उनके पार्थिव शरीर के सामने निकिता ने उनके लिए एक मैसेज दिया। जिसमें उन्होंने कहा, ‘I lOVE U विभू…हम सबको आपसे प्यार है, लेकिन आपने जिस तरह हर किसी को प्यार किया वो अलग है…क्योंकि आपने अपने लोगों के लिए अपनी जिंदगी बलिदान कर दी।

आप बेहद बहादुर इंसान थे और आपको अपने पति के रूप में पाकर मुझे गर्व महसूस हो रहा है। अपनी जिंदगी की आखिरी सांस तक मैं हमेशा आपको प्यार करती रहूंगी। हम सब इस इंसान को सलाम करते हैं। जय हिन्द…’

बता दें कि बीते साल अप्रैल में ही निकिता कौल और मेजर विभूति ढौंडियाल की शादी हुई थी। सोमवार सुबह मेजर की पत्‍नी दिल्ली में मायके जा रही थीं, तभी ट्रेन में उन्‍हें मेजर विभूति के शहीद होने की खबर मिली। 55 राष्‍ट्रीय राइफल में तैनात मेजर उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले थे। एनकाउंटर के दौरान वो आतंकियों को घेरे हुए थे, तभी गोली लगने से उनकी शहादत हो गई थी।

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