अमृतसर/जालंधर। वारिस पंजाब दे का चीफ और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह अब तक फरार है। पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर गिरफ्तार करने के लिए कई टीमें बनाई हैं। पंजाब पुलिस के सामने अमृतपाल के चाचा और ड्राइवर ने सरेंडर कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक अमृतपाल सिंह के चाचा से पुलिस बात कर सरेंडर कराने की कोशिश कर रही है। पुलिस ने एक इसुजू कार बरामद की है। इसी कार से अमृतपाल शनिवार को भाग रहा था। ये कार मनप्रीत सिंह की है। मनप्रीत को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। कार की तलाशी में पंजाब पुलिस को 315 बोर की रायफल, 57 कारतूस, तलवार और वॉकी-टॉकी सेट भी मिला है।
पंजाब पुलिस के सूत्रों के मुताबिक शनिवार से शुरू किए गए ऑपरेशन अमृतपाल सिंह में अब तक उसके 112 करीबी गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस कई करीबियों से हथियार वगैरा भी बरामद कर चुकी है। वहीं, अमृतपाल के वकील ने हाईकोर्ट में अर्जी देकर दावा किया है कि वारिस पंजाब दे के प्रमुख को पुलिस ने शाहकोट में गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, पंजाब पुलिस ने अमृतपाल की गिरफ्तारी से अभी साफ इनकार किया है। पुलिस का कहना है कि अमृतपाल सिंह की तलाश की जा रही है। हाईकोर्ट ने हालांकि, पंजाब पुलिस को इस मामले में नोटिस जारी किया है।
अमृतपाल सिंह के सबसे करीब 4 लोगों को पंजाब पुलिस ने असम भेजा था। इन चारों को असम की डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया है। अमृतपाल के बारे में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक उसके पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध हैं। साथ ही वो पंजाब में नशा करने वाले युवाओं को मानव बम की तरह इस्तेमाल करने के लिए ब्रेनवॉश भी कर रहा था। ऐसे में माना जा रहा है कि पंजाब में उसकी गिरफ्तारी के बाद पूरे केस की छानबीन केंद्र सरकार एनआईए से भी करा सकती है।