नई दिल्ली। पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को राजभवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस मौके पर राज्य की राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। पुष्कर सिंह धामी के अलावा राज्यपाल श्रीमती बेबीरानी मौर्य ने मंत्रियों को भी पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। बता दें कि पुष्कर खटीमा विधानसभा सीट से भाजपा विधायक हैं और वे उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री होंगे। शपथ कार्यक्रम में राज्यपाल ने सतपाल महाराज, डॉ हरक सिंह रावत, बंशीधर भगत, यशपाल आर्य, बिशन सिंह चुफाल, सुबोध उनियाल, अरविंद पाडेय, गणेश जोशी, धन सिंह रावत, रेखा आर्य, और स्वामी यतीश्वरानंद को मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। ये सभी पिछली तीरथ सिंह रावत सरकार का भी हिस्सा थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी मंत्रियों को बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश को विकास के पथ पर निरंतर अग्रसर बनाए रखने के लिए सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मूल मंत्र पर राज्य सरकार काम करेगी। अंतिम छोर पर खङे व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचाने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है। कार्यक्रम का संचालन मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने किया। इस अवसर पर विधायकगण, वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
गौरतलब है कि संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार उत्तराखंड कैबिनेट में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 12 मंत्री हो सकते हैं। धामी और उनके मंत्रियों के शपथ ग्रहण ने धामी के चुनाव को लेकर वरिष्ठ नेताओं सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत और अन्य द्वारा विद्रोह की सभी अटकलों पर भी विराम लगा दिया है।
साथ ही, शपथ ग्रहण समारोह से कुछ घंटे पहले, हरक सिंह रावत, आर्य और चुपल ने आईएएनएस को बताया था कि धामी कैबिनेट में कोई लड़ाई नहीं है और शपथ ग्रहण कार्यक्रम के अनुसार होगा। शनिवार को देहरादून में भाजपा विधायक दल की बैठक में धामी को मुख्यमंत्री चुना गया था। बैठक केंद्रीय पर्यवेक्षकों, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव डी. पुरंदेश्वरी की मौजूदगी में हुई थी। इस मौके पर पार्टी के उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत गौतम भी मौजूद थे।
उन्होंने तीरथ सिंह रावत की जगह ली, जिन्होंने शुक्रवार देर शाम राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया, क्योंकि उनके निर्धारित अवधि तक राज्य विधानसभा के लिए चुने जाने की संभावना नहीं थी। उधम सिंह नगर जिले के खटीमा निर्वाचन क्षेत्र से दो बार के विधायक 45 वर्षीय धामी छात्र राजनीति में सक्रिय रहे हैं। लगभग एक दशक तक आरएसएस की छात्र शाखा एबीवीपी में विभिन्न पदों पर रहे। उन्होंने राज्य भाजपा युवा विंग के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है। हालांकि, धामी ने अतीत में कभी भी कोई मंत्री पद नहीं संभाला है।