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Vaccination: ‘टीका उत्सव’ पर राहुल गांधी निशाना, PM मोदी के नाम पत्र लिखकर रखी 7 मांगें

Rahul gandhi modi

नई दिल्ली। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना के बढ़ते मामलों पर बैठक की। इस बैठक के दौरान उन्होंने कोरोना के हालात को लेकर साफ कर दिया कि, देश में अभी लॉकडाउन नहीं लगने जा रहा है। हालांकि उन्होंने राज्य सरकारों को अधिक मात्रा में कोविड टेस्ट करने और नाईट कर्फ्यू लगाने पर जोर देने को कहा। इसके अलावा पीएम मोदी ने 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक टीका उत्सव मनाने को लेकर कहा कि, इससे जो लोग योग्य हैं, उन्हें वैक्सीन दी जाए। उन्होंने कहा कि, इस दौरान हर किसी का फोकस होना चाहिए कि उनके राज्यों में वैक्सीन की वेस्टेज़ ना हो और हर डोज़ काम में लाई जाए। पीएम मोदी के टीका उत्सव को लेकर अब विपक्ष ने निशाना साधा है।

दरअसल राहुल गांधी ने पीएम मोदी के नाम एक पत्र लिखकर वैक्सीन उत्सव को लेकर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने अपने पत्र में 7 मांगें भी रखी हैं। बता दें कि देश में चल रहे वैक्सीनेशन अभियान को लेकर राजनीति तेज़ हो गई है। महाराष्ट्र, झारखंड समेत कई राज्यों ने पहले ही वैक्सीन की कमी की बात कह दी है।

वहीं राहुल गांधी ने अपने पत्र के अलावा एक ट्ववीट में लिखा है कि, “बढ़ते कोरोना संकट में वैक्सीन की कमी एक अतिगंभीर समस्या है, ‘उत्सव’ नहीं- अपने देशवासियों को ख़तरे में डालकर वैक्सीन एक्सपोर्ट क्या सही है? केंद्र सरकार सभी राज्यों को बिना पक्षपात के मदद करे। हम सबको मिलकर इस महामारी को हराना होगा।”

राहुल ने अपनी चिट्ठी में कुल सात मांग की हैं। उन्होंने अपील की है कि वैक्सीन निर्माताओं को आर्थिक मदद देनी चाहिए, हर किसी को वैक्सीन लगवाने की छूट मिलनी चाहिए, राज्यों को वैक्सीन अधिक मात्रा में देनी चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा है कि, टीके के आपूर्तिकर्ताओं को जरूरी संसाधन मुहैया कराए जाएं जिससे टीके तैयार करने की क्षमता में इजाफा हो सके। कांग्रेस नेता ने देश में कोरोना वायरस संक्रमण की नई लहर आने और टीकाकरण की गति कथित तौर पर धीमी होने का भी उल्लेख किया। उन्होंने दावा किया कि अगर मौजूदा गति से टीकाकरण चलता रहा तो देश की 75 फीसदी आबादी को टीका लगाने में कई साल लग जाएंगे।

राहुल गांधी ने मांग की है कि, देश में जरुरतों को देखते हुए वैक्सीन के निर्यात पर रोक लगाई जाय। नियमों और दिशानिर्देशों के अनुसार दूसरे टीकों को त्वरित अनुमति दी जाए। जिन्हें भी टीके की जरूरत है उनके लिए टीकाकरण की व्यवस्था की जाए। टीकाकरण के लिए तय राशि 35000 करोड़ रुपये में बढ़ोतरी की जाए।’

प्रधानमंत्री से राहुल गांधी ने यह भी कहा कि टीके की खरीद एवं वितरण में राज्यों की भूमिका बढ़ाई जाए तथा इस मुश्किल समय में गरीब तबकों को सीधी आर्थिक मदद दी जाए। पत्र में राहुल ने कहा, ‘हमारे टीकाकरण अभियान को, अब टीके के प्रमाणपत्र पर किसी व्यक्ति की तस्वीर से आगे, अधिकतम टीकाकरण की दिशा में बढ़ाना होगा।’

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