नई दिल्ली। ब्रिटेन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने लैक्चर में चीन को शांति का पक्षकार बताया है। चीन की जमकर तारीफ भी की है। उन्होंने वहां के आधारिक संरचना के मोर्चे पर हुए विकास कार्यों की तारीफ करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने चीन द्वारा रणनीतिक मोर्चे पर किए गए विकास कार्यों की भी तारीफ की। इसके अलावा उन्होंने पश्चिमी देशों के विचारधाराओं को भी विस्तार से बताया। लेकिन, इस बीच राहुल गांधी ने जिस तरह से चीन की तारीफ करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है, उसे लेकर वो एक बार फिर से अपने आलोचकों के निशाने पर आ चुके हैं।
बता दें कि चीन लगातार भारत की सीमाओं का अतिक्रमण कर रहा है। वास्तविक नियंत्रण रेखा पर वर्ष 2020 से दोनों ही देशों के बीच स्थिति तनावग्रस्त बनी हुई है। लाख कोशिशों के बावजूद दोनों ही देशों के बीच रिश्तों में किसी भी प्रकार की नरमी नहीं आई है। इसके अलावा राहुल गांधी ने कश्मीर मसले पर भी अपनी राय जाहिर की है। आइए, आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है। राहुल गांधी ने कश्मीर को तथाकथित हिंसक क्षेत्र बताया है। उन्होंने कहा कि कश्मीर आपातकालीन आंदोलनरत स्थल है। इसके अलावा राहुल ने पुलवामा हमले का जिक्र कर कहा कि वहां हमारे 40 जवानों को मारा गया था। ध्यान रहे कि कांग्रेस नेता ने कश्मीर और वहां की मौजूदा स्थिति को बयां करने के लिए आतंकी शब्द का उपयोग करने से पहरेज किया, जिसे लेकर अब वो आलोचकों के निशाने पर आ चुके हैं।
इसके साथ ही कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में अपने लैक्चर के दौरान राहुल गांधी का नया गेटअप दिखा। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लंबी-लंबी दाढ़ियों में नजर आने वाले राहुल छोटी दाढ़ी और कोर्ट पेंट में दिखें। जिसे लेकर बीजेपी ने तंज भी कसा। इसके अलावा राहुल ने भारतीय लोकतंत्र को दबावग्रस्त बताया है। कहा कि मौजूदा वक्त में मीडिया और न्यायपालिका पर केंद्र सरकार कब्जा कर चुकी है। राहुल ने कहा कि मीडिया सरकार की आलोचना करने से गुरेज करने लगी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मौजूदा वक्त में भारत में विपक्षी दल दबाव में हैं। उन्हें सरकार से जुड़े किसी भी मसले की मुखालफत करने का अधिकार नहीं है। बहरहाल, जिस तरह से राहुल ने चीन को लेकर कैम्ब्रिज में अपनी राय जाहिर की है, उसे लेकर भारत में राजनीतिक गलियारों में प्रतिक्रियाओं का सिलसिला तेज हो चुका है। अब ऐसे में आगामी दिनों में इस पूरे मसले को लेकर जारी चर्चा क्या रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
Rahul Gandhi, in a brazen manner, justifies China’s authoritarianism, says Chinese value societal harmony – individual liberty is not central to their idea… They don’t want things to go out of control which is legitimate… as legitimate as individual liberty is for the US… pic.twitter.com/zNrbddWHRc
— Amit Malviya (@amitmalviya) March 3, 2023