नई दिल्ली। ट्रेनों में रिजर्वेशन की मारामारी रहती है। खासकर त्योहारों के मौके पर लोगों को कन्फर्म टिकट नहीं मिलता है। हर साल हजारों लोग त्योहार पर अपने घर जाने में इस वजह से नाकाम रहते हैं कि उनको ट्रेन का टिकट नहीं मिलता। अब लोगों की इस दिक्कत को दूर करने के लिए रेलवे ने बड़ा इंतजाम करने का फैसला किया है। रेलवे बोर्ड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर दिलीप कुमार के हवाले से मीडिया ने खबर दी है कि 2026 तक रेलवे अपनी ट्रेनों में 10000 नए गैर एसी कोच जोड़ने जा रहा है। इन नए गैर एसी कोच में से 6000 जनरल और बाकी स्लीपर श्रेणी के होंगे। इसके अलावा रेलवे की तरफ से इसी साल नवंबर में ही 370 ट्रेनों में 1000 जनरल श्रेणी के कोच भी लगाए जाने की तैयारी है।
रेलवे की ओर से बताया गया है कि नए कोच जोड़े जाने से हर दिन 8 लाख अतिरिक्त यात्री सफर कर सकेंगे। रेलवे ने ये भी बताया है कि उसने ट्रेनों में बीते 3 महीने में जनरल श्रेणी के 600 कोच भी जोड़े हैं। इससे 1 लाख यात्रियों को आने-जाने में सहूलियत होने वाली है। 2026 तक स्लीपर श्रेणी के 4000 नए कोच ट्रेनों में लगाने से लोगों की कन्फर्म रिजर्वेशन संबंधी दिक्कत दूर होगी। रेलवे पर लोग आरोप लगाते रहे हैं कि उसने कोराना की महामारी के बाद अब प्रीमियम ट्रेनों पर फोकस किया है और इससे गरीब लोगों के लिए ट्रेन से यात्रा करना किसी सपने जैसा हो गया है। रेलवे की तरफ से ट्रेनों में नए जनरल और स्लीपर श्रेणी के कोच जोड़ने से हर रोज लाखों यात्रियों को सुविधा होने से अब उनकी मुश्किलें कम होंगी और दूरदराज में जिनका घर है, वे भी आसानी से वहां पहुंच सकेंगे।
रेलवे हर साल त्योहारों के मौके पर नियमित के अलावा स्पेशल ट्रेनें भी चलाता है। हालांकि, आम तौर पर लोगों की शिकायत रहती है कि स्पेशल ट्रेनें बहुत लेट होती हैं। इसकी बड़ी वजह पटरियों की कमी बताई जाती है। हर ट्रैक पर रोज सैकड़ों यात्री ट्रेनें और मालगाड़ियां दौड़ती हैं। जिसकी वजह से कंजेशन होता है और लोगों को टाइम से उनके स्टेशन पहुंचाना एक बड़ी चुनौती होती है। रेलवे इसके लिए बहुत ज्यादा यात्रियों वाले रूट पर पटरियों की संख्या भी बढ़ाने का काम लगातार कर रहा है। हालांकि, इसमें काफी वक्त लगने की संभावना है।