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UP Election: राजा भैया को लगा बड़ा झटका, पुलिस ने दर्ज की FIR, लगा ये गंभीर आरोप

RAJA BHAIYA

नई दिल्ली। यूं तो सत्ता के दंगल में बेशुमार सियासी सूरमा अनेकों दांव-पेंच आजमाकर बाजी अपने नाम करने की कोशिश करते हैं, लेकिन इतिहास गवाह रहा है कि सफलता कुछ को ही नसीब हो पाती है, लेकिन कुछ सियासी सूरमा ऐसे भी होते हैं, जो सफलता पाए बिना भी सुर्खियों के सैलाब के सैलाब में गोता लगाने में माहिर होते हैं। इन्हीं में से एक राजा भैया हैं। राजा भैया किसी न किसी सियासी मसले को लेकर सियासी गलियारों में सुर्खियों की दरिया बहाने में मशगूल ही रहते हैं। इस बार यूपी की चुनावी कुश्ती में राजा भैया उतरे हुए हैं। अब देखना होगा कि इस कुश्ती में वे अपने प्रतिद्विंदी को पछाड़कर बाजी अपने नाम कर पाते हैं कि नहीं, लेकिन उससे पहले उन्हें बड़ा झटका लगा है।

चुनावी नतीजों से पहले यूपी पुलिस ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। दरअसल, राजा भैया पर समाजवादी पार्टी के एजेंट राकेश पासी को मारने पीटने का आरोप है, जिसे संज्ञान में लेते हुए यूपी पुलिस की तरफ से उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। वहीं, पुलिस के इस कदम को सियासी प्रेक्षकों की दृष्टि से माने तो चुनावी नतीजों से पहले यह उनके लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

ध्यान रहे कि पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में राजा भैया के अलावा 17 अन्यत्र लोगों का नाम भी शुमार हैं। इसके अलावा पुलिस की तरफ से सपा प्रत्याशी गुलशन यादव के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।

इस क्रॉस एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि विजय प्रताप सिंह नामक शख्स को घर में घुसकर गुलशन यादव और उनके लोगों ने पीट दिया, पीएम नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की फोटो को पैरों से कुचल दिया।

उधर, इस पूरे मामले की जानकारी लगते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि यह हमें आतंकित करने का प्रयास था। गोलियां चलीं और मेरे समर्थक घायल हो गए। लेकिन कांच तोड़कर आप मनोबल नहीं तोड़ सकते।

कुंडा में खिलेगा गुलशन। अब ऐसे में देखना होगा कि आगे चलकर यह पूरा मामला सूबे के सियासी गलियारों में क्या असर दिखाता है। वहीं, कुछ लोगों का यह भी कहना है कि जब राजा भैया की तरफ से गुंडागर्दी दिखाई गई थी, तो उस् वक्त चुनाव आयोग से लेकर यूपी पुलिस के कारिंदे तक बेबस दिखाई दिए थे। अब ऐसे ऐसी स्थिति में सभी के जेहन में यह जानने की आतुरता अपने चरम पर पहुंच चुकी है कि यह पूरा मामला आगे चलकर क्या रुख अख्तियार करता है।

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