जयपुर। एक तरफ कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा कहती हैं कि ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’। वहीं, उनकी ही पार्टी की सरकार के मंत्री रेप करने वालों का महिमामंडन विधानसभा में करते दिखे। जी हां, रेप करने वालों का महिमामंडन राजस्थान विधानसभा में हुआ। जहां अशोक गहलोत सरकार के संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने बेहद आपत्तिजनक बयान दिया। धारीवाल ने कहा, ‘रेप के मामले में हम नंबर एक पर हैं, अब ये रेप के मामले क्यों हैं? कहीं न कहीं गलती है।’ धारीवाल यहीं नहीं रुके। निर्लज्जता से हंसते हुए उन्होंने कहा कि वैसे भी ये राजस्थान तो मर्दों का प्रदेश रहा है यार। उसका क्या करें। धारीवाल के इस बयान को सुनकर कई मंत्री और कांग्रेस विधायक भी हंसते दिखाई दिए और किसी ने इस पर आपत्ति नहीं जताई।
धारीवाल ने ये बयान उस वक्त दिया, जब वो बुधवार को विधानसभा में पुलिस और जेल की अनुदान मांगों पर बहस का जवाब दे रहे थे। संसदीय कार्यमंत्री के बयान के वक्त विपक्ष के विधायक मौजूद नहीं थे। वे पहले ही धारीवाल की टिप्पणियों के खिलाफ वॉकआउट कर गए थे। विपक्ष विहीन विधानसभा में धारीवाल ने रेप के बारे में बयान देते हुए कहा कि रेप के मामले देखिए आप, रेप और रेप के साथ मर्डर के आंकड़े अलग हैं। रेप और मर्डर में राजस्थान 11वें नंबर पर है। रेप और मर्डर में यूपी नंबर वन पर है। मध्यप्रदेश दो, तीन पर असम, नंबर चार पर महाराष्ट्र, नंबर पांच पर उड़ीसा, नंबर छह पर तेलंगाना, सात पर झारखंड और आठ पर पश्चिम बंगाल हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान रेप के मामले में नंबर एक पर है। इसमें कोई दो राय नहीं है। नंबर दो पर यूपी, तीन पर मध्यप्रदेश, पांच पर असम और नंबर छह पर हरियाणा है। बीजेपी ने इसे लेकर जो गलत फिगर दिए उन्हें सुधार दिया है। धारीवाल ने अपराधियों के बारे में भी विवादित बयान देते हुए कहा कि अपराध में आजकल बेरोजगार युवक शामिल होते हैं, पेशेवर और हार्डकोर अपराधी को पकड़ना आसान होता है। अपराधों की बढ़ती संख्या का मुख्य कारण बेरोजगारी है। बेरोजगार आदमी के पास और कोई चारा नहीं होता तो अपराध करता है। अपराध रोकने के लिए बेरोजगारी पर कंट्रोल करना बहुत जरूरी है। अब रोजगार तो है नहीं। बीजेपी ने दो करोड़ रोजगार का वादा कर लिया, लेकिन रोजगार दिया नहीं।