News Room Post

शीना बोरा मर्डर केस को लेकर मुंबई के पूर्व कमिश्नर राकेश मारिया ने अपनी किताब में किये बड़े खुलासे

Rakesh Maria book COver

नई दिल्ली। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और मशहूर पुलिस अधिकारी रहे राकेश मारिया ने अपनी किताब ‘राकेश मारिया – let me say it now’ में शीना बोरा हत्याकांड को लेकर कई ऐसे खुलासे किये हैं, जिनसे खाकी वर्दी की राजनीति बाहर आती है। इस किताब में राकेश मारिया ने कुछ ऐसा लिखा है जो वर्दी पहने हुए वो कह नहीं पाते थे।

देवेन भारती पर आरोप

शीना बोरा मर्डर केस को लेकर राकेश मारिया ने अपनी किताब में उस वक्त अपने सहयोगी व तत्कालीन सह पुलिस आयुक्त देवेन भारती पर गंभीर आरोप लगाए हैं। राकेश मारिया की किताब के मुताबिक, “देवेन भारती ने उस समय के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को मेरे नाम से गलत जानकारी देकर गुमराह किया।”

राकेश मारिया ने किताब में लिखा है कि जब मैंने पीटर मुख़र्जी से शीना बोरा के लापता होने के बारे में पूछा तो पीटर ने कहा की शीना के लापता होने की जानकारी देवेन को दी थी और जब राकेश मारिया ने देवेन भारती की तरफ देखा तो उनके पास कोई जवाब नहीं था। राकेश मारिया ने आगे लिखा कि गृह सचिव ने मेसेज के माध्यम से उनका तत्काल ट्रांसफर कर दिया।

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया

वहीं देवेन भारती ने आरोप लगाते हुए कहा कि ‘राकेश मारिया उस परिवार से जुड़े है जिसका लिंक बॉलीवुड से है और उनपर भी प्रभाव है। यह किताब बेचने और वेब सीरीज बनाने की मार्केटिंग स्ट्रेटजी है। पुलिसकर्मियों के लिए सलाह है कि वो चार्जशीट और केस-डायरी पढ़ें न कि काल्पनिक कहानी, ट्रायल चल रहा है इसलिए ज्यादा कुछ बोलना उचित नहीं होगा लेकिन इतना जरूर कहना चाहूंगा कि पूरी जांच टीम को सारे घटनाक्रम का पता था और जब तक जांच मुंबई पुलिस के पास थी, सभी को एक जितना ही पता था।’

राकेश मारिया ने किया खुलासा 

पूर्व पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया ने खुलासा किया है की मेरे बाद अहमद जावेद को मुम्बई पुलिस कमिश्नर बनाया गया। अहमद जावेद और शीना बोरा हत्याकांड में आरोपी पीटर मुख़र्जी की अच्छी दोस्ती थी। अहमद जावेद अपने घर ईद की पार्टी में पीटर मुखर्जी को बुलाते थे। ऐसे पर शीना बोरा हत्याकांड प्रभावित होगा। अहमद जावेद ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा की क्या बक़वास है, राकेश मारिया का आरोप चौकाने वाला है। इसमे खामिया, गलत जानकारी, बहुत बुरे तथ्य है जो गुमराह करने वाले हैं। आधिकरिक जानकारी की पुष्टि आधिकारिक रिकॉर्ड से की जा सकती है। अहमद जावेद ने यह तक लिखा की मारिया से और क्या उम्मीद की जा सकती है।

आपको बता दें कि राकेश मारिया की आत्मकथा अभी लोगो के हांथो में आई भी नहीं है लेकिन उससे पहले ही इस किताब ने मुम्बई पुलिस महकमे से लेकर महाराष्ट्र सरकार में तहलका मचा दिया है।

किताब के मुताबिक पूछताछ के दौरान पीटर ने मारिया को बताया कि शीना बोरा के लापता होने की शिकायत को लेकर 2012 में देवेन भारती से संपर्क किया गया था। भारती ने इस बारे में कोई जानकारी मारिया को नहीं बताई।

किताब के तथ्यों पर तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह के पी बख्शी ने कहा, ‘मैंने अभी किताब नहीं पढ़ी है। अभी मैं प्रतिक्रिया नहीं दे सकता। लेकिन ये मैं बता सकता हूं कि सरकारी आदेशों पर अमल कराया गया था। ट्रांसफर सरकारी आदेश का नतीजा था। सरकार ने समझबूझ कर ट्रांसफर किया था।’

तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह के पी बख्शी ने कहा

मारिया के इस आरोप पर के पी बख्शी ने कहा, ‘हर कारण पर सार्वजनिक तौर पर चर्चा नहीं की जा सकती। मैं सिर्फ इतना बता सकता हूं कि हमारे पास ये फैसला लेने को मजबूत तर्क थे और यही वजह थी कि उनके उत्तराधिकारी अहमद जावेद को मुंबई कमिश्नर बनाया गया।’

आपको बता दें कि सीबीआई के मुताबिक पीटर मुखर्जी ने इंद्राणी मुखर्जी, इंद्राणी के पूर्व पति संजीव खन्ना के साथ मिलकर शीना की हत्या करने की साजिश रची। शीना की 24 अप्रैल 2012 को कथित रूप से हत्या कर दी गई थी और इसका खुलासा 2015 में एक अन्य मामले में इंद्राणी के ड्राइवर श्यामवर राय की गिरफ्तारी से हुआ जिसने शव को ठिकाने लगाने में मदद की थी। बाद में राय सरकारी गवाह बन गया।

Exit mobile version