नानकमत्ता। किसानों का नेता बनकर सियासत कर रहे राकेश टिकैत ने फिर मोदी सरकार के खिलाफ आग उगली है। उन्होंने किसानों को फिर भड़काया है और इसके लिए नई शर्त रख दी है। टिकैत ने इस दौरान झूठ बोलने से भी गुरेज नहीं किया। उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के नानकमत्ता से टिकैत ने तिरंगा यात्रा निकाली। तिरंगा यात्रा काशीपुर तक निकली। यहां टिकैत ने मोदी सरकार के खिलाफ फिर आग उगलने के लिए अपना पुराना बयान फिर दोहराया। उन्होंने तीनों कृषि कानून को काला बताया। साथ ही नई बात ये कही कि मोदी सरकार ने 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने की घोषणा की थी, लेकिन ये एलान भी झूठ साबित हुआ, लेकिन राकेश टिकैत ने किस तरह इस मामले में खुद झूठ बोला, ये इसी से पता चलता है कि अभी 2021 चल ही रहा है और उन्हें 2022 दिखने लगा।
टिकैत ने यहां किसानों को भड़काते हुए नई शर्त रख दी। उन्होंने कहा कि किसान अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव में तभी वोट दें, जब उनकी आय दोगुनी हो जाए। राकेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा तीनों कृषि कानून के खिलाफ जंग लड़ रहा है। अपनी पुरानी बात दोहराते हुए उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को रद्द कराए बगैर हम घर नहीं जाएंगे।
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा कभी भी सरकार से कृषि कानूनों पर बात करना नहीं चाह रहा। मोदी सरकार के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल ने 12 बार मोर्चा के नेताओं से जानना चाहा कि कृषि कानूनों में क्या कमी है। इस पर मोर्चा के नेता कहते हैं कि कमी वे नहीं बताएंगे, बात तभी होगी जब तीनों कृषि कानून रद्द किए जाएं।