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Farmers Protest: लगातार सरकार और देश के खिलाफ बयानबाजी कर रहे राकेश टिकैत को जनता ने ऐसे लगाई फटकार

rakesh tikait

नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी जब गुजरात के सीएम थे, तो भी उनके विरोधी लगातार अभियान चलाते थे। मोदी के पीएम बनने के बाद उनके खिलाफ साजिशें रचने में विरोधी और सक्रिय हो गए। अब विरोधियों ने नया तौर-तरीका अपना लिया है। बयानबाजी के साथ ही अब वे भेस भी बदल रहे हैं।
मोदी विरोध में उतरे लोगों का अगुवा आजकल किसान नेता राकेश टिकैत बने हुए हैं। किसानों का मुद्दा यूएन में ले जाने की बात कहने वाले राकेश टिकैत अब अड़े हुए हैं कि संसद सत्र के दौरान किसानों के जत्थे वहां भेजेंगे। बीते दिनों उन्होंने सरकार को ही वकील, अभियोजक और जज कह दिया। इसके अलावा भी टिकैत लगातार मोदी के विरोध में आवाज उठाते रहते हैं, लेकिन अब उन्हें जनता ही फटकार लगा रही है।

हुआ दरअसल यह है कि राकेश टिकैत ने अपने ट्विटर हैंडल में प्रोफाइल फोटो बदल ली है। टिकैत की इस फोटो में किसान नेता वाली हरी टोपी नहीं है, बल्कि वह नेतागीरी वाले पोज में हैं। इस प्रोफाइल फोटो को बदलने के बाद टिकैत ने 1857 में अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की पहली लड़ाई शुरू करने वाले मंगल पांडे को जयंती पर याद भी किया। इसी प्रोफाइल फोटो को बदलने के बाद लोगों ने उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई।

एक यूजर ने इस पर लिखा कि ये नहीं छोड़ेगा मैदान, जब तक सपोर्ट दे रहा चीन पाक और खालिस्तान। जबकि एक अन्य ने लिखा कि राकेश टिकैत जी, आपकी कल वाणी सुनी और पाया कि आपकी सोच बहुत गंदी है। इसे सुनकर उनकी आत्मा रोती होगी जिन्होंने अपना बलिदान दिया।

एक और यूजर ने लिखा कि तेरे जैसे बिके हुए किसान नेता हम किसानों का नेतृत्व करने का कोई अधिकार नहीं है। हम किसान तुझे अपना नेता मानते ही नहीं। इसी तरह के और फटकार लगाने वाले कमेंट राकेश टिकैत के ट्विटर हैंडल पर किए गए।


इस बीच, राकेश टिकैत के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है। दिल्ली पुलिस के पूर्व एसीपी वेद भूषण ने दिल्ली के आईपी स्टेट थाने पर राकेश के खिलाफ तहरीर देते हुए उनके तमाम बयानों को आपत्तिजनक बताया है। वेद भूषण की शिकायत पर दर्ज केस में कहा गया है कि टिकैत के बयानों से अशांति फैल सकती है। बता दें कि राकेश टिकैत ने हाल ही में एक वीडियो में अपने समर्थकों को युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा था।

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