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सुब्रह्मण्यम स्वामी ने छात्रों को लेकर किया ये दावा मगर खुद केंद्रीय मंत्री ने जवाब देकर किया बेनकाब

नई दिल्ली। इन दिनों सुब्रह्मण्यम स्वामी अपनी ही पार्टी के खिलाफ जमकर आग उगल रहे हैं। उनके कई ऐसे ट्वीट देखे गए हैं जो भारतीय जनता पार्टी पर सवाल खड़े करते रहते हैं। ऐसे में सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कोरोना काल के बीच सितंबर माह के पहले हफ्ते में हुई JEE परीक्षा को लेकर मोदी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि, ऐसी हालत में कराई गई परीक्षा पूरी तरह से असफल रही है।

बुधवार को उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा कि, ‘मेरे पास इसके आंकड़े हैं कि पिछले हफ्ते कितने छात्रों ने जेईई की परीक्षा में हिस्सा लिया। जिन 18 लाख छात्रों ने पास (डाउन) लोड किया उनमें से महज़ 8 लाख परीक्षा देने पहुंचे। ये उस देश के लिए शर्म की बात है जो विद्या और ज्ञान का दम भरता है।’

सुब्रह्मण्यम स्वामी को मिला जवाब

भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी के इस ट्वीट पर मोदी सरकार में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक करारा जवाब देते हुए इस दावे को पूरी तरीके से खारिज कर दिया। पोखरियाल ने इसका जवाब देते हुए कहा कि स्वामी द्वारा दिया गया आंकड़ा पूरी तरीके से गलत है। अपने ट्वीट में पोखरियाल ने लिखा कि, स्वामी द्वारा दिया गया 18 लाख का आंकड़ा गलत है। उन्होंने बताया कि जेईई (मेंस) के लिए कुल 8.58 लाख छात्रों ने आवेदन किया था।

शिक्षा मंत्री ने लिखा कि, ‘8.58 लाख छात्रों में से 6.35 लाख छात्रों ने परीक्षा में हिस्सा लिया। केंद्र और राज्य सरकारों ने छात्रों को हर संभव मदद मुहैया कराई, जिसके लिए मैं राज्य सरकारों की भी सराहना करता हूं। इस पूरे प्रयास ने सहयोगी संघवाद की भावना को प्रदर्शित किया।’

शिक्षा मंत्री ने ये भी लिखा

अपने ट्वीट में शिक्षा मंत्री ने ये भी लिखा कि ये परीक्षा साल में दो बार होती है और पिछली परीक्षा जनवरी में हुई थी। उन्होंने तर्क दिया कि कई छात्र जो परीक्षा में शामिल नहीं हुए, ऐसा संभव है कि जनवरी वाली परीक्षा में उन्होंने बेहतर किया हो और उन्हें इस बार परीक्षा देने की ज़रूरत महसूस नहीं हुई हो। उन्होंने कहा, ‘हम उन (परीक्षा नहीं देने वाले) नंबरों का भी पता लगा रहे हैं।’

शिक्षा मंत्री ने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए लिखा, ‘हमारी एनडीए सरकार छात्रों के हित और उनकी सुरक्षा को लेकर हमेशा तत्पर रही है। हम हमेशा अपने युवाओं के हित में काम करेंगे।’

ऐसा नहीं है कि स्वामी पहली बार परीक्षा को लेकर विरोध के सुर छेड़ रहे हैं, इससे पहले स्वामी ने इन परीक्षाओं को लेकर 21 अगस्त को एक ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा, ‘अगर ये परीक्षाएं होती हैं तो (छात्रों की) आत्महत्याएं होंगी।’ इसके स्थगन के लिए उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखने और शिक्षा मंत्री से बात करने का हवाला दिया था। हालांकि उनकी बात को सरकार ने बहुत गंभीरता से नहीं लिया और जेईई की परीक्षाएं तय समय पर संपन्न हुईं। गौरतलब है कि JEE की परीक्षा के बाद अब नीट(NEET) यूजी 2020 की परीक्षा 13 सितंबर को होनी है।

शिक्षा मंत्री पोखरियाल के जवाब के अलावा देखिए लोगों ने सुब्रह्मण्यम स्वामी को किस तरह से जवाब दिए…

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