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Ukraine russia war: लॉकडाउन में 1400 KM स्कूटी चलाकर अपने बेटे की जान बचाने वाली रजिया का लाडला अब यूक्रेन में है फंसा

नई दिल्ली। यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध से स्थिति और खराब होती जा रही है। लगातार रूस के हमले से यूक्रेन का बुरा हाल है। कीव, खारकीव  जैसे कई बड़े शहर बमबारी और गोलीबारी से तबाह हो चुके हैं। भारत सरकार लगातार यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने का काम कर रही है। ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने का काम जारी है। इसी बीच तेलंगाना की एक मां सुर्खियों में है जो लगातार अपने यूक्रेन में फंसे बेटे की सलामती की दुआ मांग रही हैं। मां पीएम मोदी और भारतीय सरकार से मदद की गुहार लगा रही है।

रजिया ने सरकार से लगाई मदद की गुहार

तेलंगाना की रहने वाली रजिया का बेटा निजामुद्दीन अमन इस वक्त यूक्रेन के सुमी शहर में है जो बिल्कुल यूक्रेन की सीमा पर बसा है। इस वक्त यूक्रेन में हालात तनावपूर्ण है और रजिया दिन-रात अपने बेटे की सलामती की दुआ कर रही हैं। रजिया इसलिए भी सुर्खियों में हैं क्योंकि रजिया वही महिला हैं जिन्होंने बीते लॉकडाउन में 1400 किलोमीटर स्कूटी चलाकर अपने बेटे को घर लेकर आईं थी।तेलंगाना के निजामाबाद में रहने वाली रजिया अपने बेटे को लाने आंध्र प्रदेश के नेल्लोर तक स्कूटी चला कर गई थीं। जिसके बाद ही वो सुर्खियों में आईं थी। दो साल पहले कोरोना काल में लगे लॉकडाउन में रजिया स्कूटी से आंध्र प्रदेश के नेल्लोर पहुंची थी। वहां से तो रजिया अपने बेटे को निकाल लाई थी लेकिन अब उनका लाल यूक्रेन में फंसा है और यहां मां बेचैन है।

सुमी शहर में फंसा है रजिया का बेटा

बता दें कि रजिया का बेटा निजामुद्दीन अमन यूक्रेन के सुमी शहर में  स्टेट यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। फिलहाल रजिया फोन से ही अपने बेटे का हाल-चाल पूछ रही हैं लेकिन युद्ध की स्थिति में उनका मन बहुत घबरा रहा है। रजिया का कहना है कि बेटा बंकर में रहने को मजबूर है और आस-पास ट्रांसपोर्ट की कोई कनेक्टिविटी भी नहीं है जिससे फ्लाइट तक पहुंचा जा सके। अब रजिया ने अपने बेटे को निकालने के सरकार से भी मदद की गुहार भी लगाई हैै।

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