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JD(U): नीतीश कुमार की जगह अब जद(यू) के अध्यक्ष होंगे आरसीपी सिंह, हो गया फैसला

JD(U): जनता दल यूनाइटेड (JD (U)) को नीतीश की जगह अब नया नेतृत्व मिल गया है। पार्टी ने बैठक में सर्वसम्मति से आरसीपी सिंह (RCP Singh) को पार्टी का अध्यक्ष चुना है। पार्टी का बिहार चुनाव में जो हाल रहा है इसके बाद पार्टी की तरफ से यह पहला मौका होगा जब नीतीश के नेतृत्व के अलावा पार्टी ने किसी और नेता के नेतृत्व के लिए हामी भरी हो।

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नई दिल्ली। जनता दल यूनाइटेड को नीतीश की जगह अब नया नेतृत्व मिल गया है। पार्टी ने बैठक में सर्वसम्मति से आरसीपी सिंह को पार्टी का अध्यक्ष चुना है। पार्टी का बिहार चुनाव में जो हाल रहा है इसके बाद पार्टी की तरफ से यह पहला मौका होगा जब नीतीश के नेतृत्व के अलावा पार्टी ने किसी और नेता के नेतृत्व के लिए हामी भरी हो। पटना में इसको लेकर जद(यू) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही थी। जिसमें आरसीपी सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर चुना गया। आरसीपी सिंह का पूरा नाम रामचंद्र प्रसाद सिंह है और उन्हें नीतीश कुमार का बेहद करीबी माना जाता है।

आपको बता दें कि आरसीपी सिंह बिहार के नालंदा जिले के रहनेवाले हैं। 62 वर्षीय आरसीपी सिंह बिहार से जेडीयू कोटे के राज्यसभा सांसद हैं। 2010 से लगातार दूसरी बार उन्हें राज्यसभा पार्टी की तरफ से भेजा गया है।


पार्टी में आने से पहले आरसीपी सिंह आईएएस अफसर रह चुके हैं। उन्होंने अपनी सरकार सेवा का लंबा कार्यकाल यूपी में गुजारा। यहां वह कई अहम विभागों में अपनी सेवा दे चुके हैं। इस पहले आरसीपी सिंह नीतीश सरकार के मुख्य सचिव भी रह चुके हैं। इससे पहले भी नीतीश कुमार कई बार इस बात की तरफ इशारा कर चुके थे कि अब आरसीपी सिंह की पार्टी की सारी जिम्मेदारी लेंगे। आज बैठक के बाद इसकी औपचारिक घोषणा कर दी गई।

आरसीपी सिंह का पार्टी में कद की बात करें तो आपको बता दें कि नीतीश कुमार पार्टी के हर फैसले में उन्हें शामिल करते थे। चाहे वह फैसला गठबंधन में सीटों के बंटवारे का हो या पार्टी के द्वारा चुनाव में प्रत्याशियों के चयन का हमेशा उनकी राय पर ही सबकुछ होता रहा।

सूत्रों की मानें तो पार्टी में जब आरसीपी सिंह के नाम को लेकर मंथन चल रहा था तब नीतीश कुमार ने कहा कि एक व्यक्ति का मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष रहना सही बात नहीं है। ऐसे में अब आरसीपी सिंह की अगुवाई में पार्टी को आगे बढ़ना है। वह हमेशा हमारे साथ रहेंगे। नीतीश ने इस मौके पर यह भी कहा कि मैं मुख्यमंत्री भी नहीं बनना चाहता था लेकिन लोगों ने कहा तो मैंने यह पदभार संभाल लिया।

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