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Agneepath: अग्निपथ को लेकर बाबा राम देव ने कह दिया कुछ ऐसा, जिसे जानकर विरोधियों को लग सकती है मिर्ची

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नई दिल्ली। अग्निपथ योजना को हो रहे देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के बीच सियासी बिरादरी से प्रतिक्रियाओं का सिलसिला जारी है। सियासी बिरादरी की तरफ से अग्निपथ को लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कोई इस योजना का विरोध कर रहा है, तो कोई इस योजना का समर्थन कर रहा है, लेकिन बीते दिनों केंद्र समेत सेना की तरफ से युवाओं के जेहन में व्याप्त आशंकाओं को दूर किया गया। बता दें कि विगत रविवार को तीनों ही सेनाओं के प्रमुखों की ओर से प्रेस वार्ता कर युवाओं के जेहन में व्याप्त आशंकाओं को दूर करने का काम किया गया है। प्रेस वार्ता में लेफ्टिनेंट जनरल अरूण पुरी ने साफ कर दिया है कि जिस किसी भी युवा का नाम हिंसा में लिप्त पाया गया तो उसके लिए सेना में शामिल होने के सारे द्वार बंद हो जाएंगे। उन्होंने साफ कर दिया है कि बतौर अग्निवीर सेना में शामिल होने से पहले उनका पुलिस सत्यापन किया जाएगा और अगर इनका नाम हिंसा में लिप्त पाया गया तो उसे सेना में शामिल नहीं किया जाएगा, क्योंकि सेना का मूल मंत्र ही अनुशासन होता है। उधर, सियासी बिरादरी समेत समाज के अन्य प्रबद्ध लोग युवाओं से हिंसात्मक गतिविधियों को न करने की अपील कर रहे हैं। अब इसी कड़ी में योग गुरु बाबा रामदेव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। आइए, आपको बताते हैं कि आखिर उन्होंने क्या कुछ कहा है।

जानें, बाबा रामेदव ने क्या कहा है ?

बता दें कि योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि हिंसा किसी भी विवाद का निदान नहीं हो सकता है। देश की संपत्तियों को क्षति पहुंचाना खुद को नुकसान पहुंचाने के  जैसा है। ट्रेनों को आग के हवाले करना किसी भी समस्या का निदान नहीं हो सकता है। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि अगर युवाओं को अग्निपथ योजना के किसी भी बिंदु पर आपत्ति है, तो वे सरकार से वार्ता करें, उनके पास पूरा अधिकार है, लेकिन हिंसा किसी भी विवाद का निदान नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि  मौजूदा सरकार युवाओं  के मसलों को लेकर चिंतित है और हर समस्याओं के निदान हेतु  उपयुक्त कदम उठाए जाएंगे। बता दें कि 14 जून को केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना की शुरुआत की थी। जिसके बाद बिहार समेत देश के विभिन्न राज्यों में हिंसा देखने को मिली है, जिसे लेकर पुलिस अब एक्शन के मोड में आ चुकी है। अब तक पुलिस की तरफ से हिंसा में संलिप्त हजार से भी अधिक लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है।

वहीं, बाबा रामदेव ने आगे कहा कि कुछ लोग योग को धार्मिक दृष्टिकोण से देखते हैं, लेकिन मैं ऐसे सभी लोगों से कह दूं कि योग का 177 देश समर्थन कर चुके हैं, जिसमें मुस्लिम समेत ईसाई देश शामिल हैं। बहरहाल, मौजूदा वक्त में जारी अग्निपथ योजना को लेकर विरोध प्रदर्शन अब आगे चलकर क्या रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। वहीं, पुलिस की तरफ से उन हिंसा में संलिप्त सभी असामाजिक तत्वों के के खिलाफ एक्शन का सिलसिला शुरू हो चुका है।

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