नई दिल्ली। मंगलवार को केंद्र मोदी सरकार ने सेना में भर्ती को लेकर बड़ा ऐलान किया। सरकार ने सेना भर्ती में अग्निपथ योजना को लॉन्च किया। हालांकि केंद्र सरकार की सेना में भर्ती की नई योजना अग्निपथ को लेकर बिहार में विरोध होना शुरू हो गया है। बिहार के अलग-अलग हिस्सों में युवाओं ने सेना भर्ती की इस स्कीम को लेकर अपना रोष प्रकट किया है। एक तरफ जहां मुजफ्फरपुर में छात्र विरोध में सड़क पर उतरे और जमकर बवाल काटा। वहीं, बक्सर में भी अग्निपथ योजना से गुस्साई छात्रों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है। मुजफ्फरपुर में आज सड़क पर उतरे कुछ छात्र पहले से जारी भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की मांग कर रहे जबकि कई अग्निपथ स्कीम को लेकर हंगामा किया। वहीं मुजफ्फरपुर में सेना भर्ती बोर्ड के पास हंगामा कर रहे युवाओं को प्रशासन ने भगा दिया। जिसके बाद आक्रोशित अभ्यर्थी चक्कर चौक पर पहुंचे और वहां सड़क पर टायर जलाकर सड़क जाम यातायात को प्रभावित किया।
उधर मामले को लेकर पुलिस उपाधीक्षक मनोज पांडेय ने बताया कि, सेना भर्ती मामले को लेकर कुछ छात्र सड़क पर उतर और हंगामा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि सभी छात्रों को मौके से हटा दिया गया है और यातायात बहाल कर दी गई है। बक्सर में भी अग्निपथ योजना के विरोध में छात्र रेलवे पटरी पर उतर हंगामा किया, लेकिन पुलिस उन्हे भगा दी।
वहीं इस मसले को लेकर राज्य में सियासत भी तेज हो गई है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी अग्निपथ योजना को झूठ करार दिया। तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा, ”भाजपा की डबल इंजन सरकार बताए कि कथित डेढ़ साल में देशभर में दी जाने वाली 10 लाख नौकरियां उनके वादेनुसार बिहार में दी जाने वाली 19 लाख नौकरियों से अलग है या उसी में से है? क्या ये नौकरियाँ नियमित होंगी या ठेके (संविदा) पर होंगी? क्या इनके लिए भी फॉर्म शुल्क लिया जाएगा?”
अगर देश के सबसे बड़े नियोक्ताओं “भारतीय रेलवे व सेना” में भी नौकरियाँ ठेके एवं सिविल सेवा में लेटरल एंट्री के नाम पर दी जाने लगेंगी तो युवा क्या करेंगे?
क्या युवा पढ़ाई और 4 वर्षों की संविदा नौकरी भविष्य में BJP के पूँजीपति मित्रों के व्यावसायिक ठिकानों की रखवाली के लिए करेंगे?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 15, 2022