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Uproar Over Mosque In Shimla : शिमला में मस्जिद को लेकर बवाल, मामले को लेकर कांग्रेस के मंत्री और विधायक आमने-सामने, जानिए क्या है विवाद की वजह

नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली में स्थित एक मस्जिद को लेकर इन दिनों विवाद छिड़ा हुआ है। ऐसा कहा जा रहा है कि बिना नक्शा पास कराए और निर्माण कार्य की अनुमति के बगैर ही मस्जिद में पांच मंजिला निर्माण करा दिया गया। अब हिंदू संगठन के लोग मस्जिद तोड़ने को की मांग पर अड़े हुए हैं। इतना ही नहीं प्रदेश की कांग्रेस सरकार में पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने भी इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया। उन्होंने कहा कि यह धार्मिक नहीं बल्कि अवैध निर्माण से जुड़ा मामला है। उन्होंने भी मस्जिद को तोड़े जाने का पक्ष लिया।

मंत्री ने कहा कि यह जमीन हिमाचल प्रदेश सरकार की है और सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जाना चाहिए। वहीं शिमला के कांग्रेस विधायक हरीश का कहना है कि दो गुटों के झगड़े के कारण यह विवाद शुरू हुआ है, इसे बेवजह सांप्रदायिक रंग देते हुए तूल दिया जा रहा है। मस्जिद में अवैध निर्माण का मामला कोर्ट में लंबित है और 7 सितम्बर को इस मामले में सुनवाई होनी है। कोर्ट में साल 2009 से यह केस चल रहा है और वक्फ बोर्ड इस केस को लड़ रहा है। उधर, मस्जिद के इमाम शाहजाद का कहना है कि इसका निर्माण 1947 के पहले ही हो गया है।

मस्जिद के बाहर प्रदर्शन करते लोगों की फाइल फोटो

दूसरी तरफ स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले यहां छोटी मस्जिद थी जो कच्ची थी और सिर्फ विशेष समुदाय के सिर्फ दो परिवार यहां रहते थे, लेकिन कुछ सालों में यहां बड़ी संख्या में बाहरी लोग बस गए। इन बाहरी लोगों ने ही बिना अनुमति यहां बहुमंजिला मस्जिद बनवा दी। नमाज के वक्त यहां लोगों की इतनी भीड़ हो जाती है कि स्थानीय लोगों का निकल पाना भी मुश्किल हो जाता है। हाल ही में हिंदू संगठन द्वारा प्रदर्शन के दौरान मस्जिद के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। इसके बाद शनिवार को विशेष समुदाय के लोगों ने एक स्थानीय नागरिक को पीट दिया। इसके बाद पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।

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