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Gujarat: रुपाणी सरकार का ब्रहास्त्र, कलर कोडिंग से होगी तीसरी लहर पस्त

नई दिल्ली। गुजरात की विजय रुपाणी सरकार कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के मद्देनजर जी जान से तैयारियों में जुटी हुई है। कलर कोडिंग रुपाणी सरकार की इन तैयारियों का ब्रहास्त्र है। इसके जरिए न सिर्फ तीसरी लहर की सूरत में समय से सटीक संकेत पकड़े जा सकेंगे बल्कि एक्टिविटी पर रोक लगाने से लेकर तेजी से रिस्पॉन्स मुहैया कराने तक समूचे इंतजाम किए जा सकेंगे। पीएम मोदी के दिशा निर्देश में गुजरात सरकार ने तीसरी लहर को पराजित करने की अद्भुत तैयारियां की हैं। कलर कोडिंग के तहत की जा रही इन तैयारियों को अलग अलग पांच लेवल में बांटा गया है। इसमें ‘इंडीकेटर्स’ के अंतर्गत साप्ताहिक टेस्ट के अलग अलग मानक तय किए गए हैं। इसमें दस फीसदी से अधिक  के पाजिटिविटी रेट को रेड ज़ोन में रखा गया है। इस सूरत में बेड ऑक्युपेंसी को सबसे प्रमुख क्राइटेरिया बनाया गया है। यानि तुरंत बेड उपलब्ध कराने के इस सूरत में इंतजाम किए जाएंगे। इसी तरह ऑक्सीजन एवं आईसीयू बेड आक्युपेंसी के भी अलग अलग स्तरों पर मानक तय किए गए हैं।

तीसरी लहर की सूरत में पब्लिक एक्टिविटी को समय रहते रोकने के भी अलग अलग इंडीकेटर्स रुपाणी सरकार की प्राथमिकता का हिस्सा हैं। इसमें पब्लिक गैदरिंग यानि आम जनता के इकट्ठा होने से लेकर शैक्षिक संस्थान, टूरिज्म की गतिविधियां, होटल-रेस्टोरेंट, ऑफिस, मार्केट, दुकानें और पब्लिक ट्रांसपोर्ट व एयर सर्विसेज भी शामिल हैं। इन्हें भी अलग अलग पांच स्तरों में बांटकर तैयारियां की गई हैं। यहां भी लेवल 4 को रेड जोन में रखा गया है। यानि लेवल 4 की सूरत में ये सभी गतिविधियां पूरी तरह बंद हो जाएंगी। केवल टेकअवे फूड यानि खाना पैक कराकर ले जाना, जरूरी सेवाओं व जरूरी सेवाओं के लिए आवश्यक ट्रांसपोर्ट की ही गुंजाइश रहेगी।

विजय रुपाणी सरकार की जबरदस्त प्लानिंग का ये आलम है कि लेवल 3 के स्तर पर ही सभी पर्यटन व मौज मस्ती की गतिविधियां रोक दी जाएंगी। इसी तरह रिस्पांस सिस्टम की भी अलग अलग स्तरों पर कोडिंग की गई है। इसमें संक्रमण के फैलने से लेकर, उसकी निगरानी, आधारभूत ढांचा और एचआर की सेवाएं भी शामिल हैं। यहां भी पांचवा लेवल रेड जोन का है। इसके तहत संक्रमण फैलने की सूरत में सख्ती के साथ लोगों को घरों में रहने के लिए कहा जाएगा और इसका पालन कराया जाएगा। सर्विलांस के लिए पहले लेवल में जो टेस्ट 75000 प्रतिदिन होंगे, वे पांचवे लेवल तक आते आते 2 लाख प्रतिदिन तक पहुंच जाएंगे। इसी तरह आधारभूत ढांचे के सिलसिले में निजी अस्पतालों से लेकर कोविड केयर सेंटर्स, डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल आदि सभी को इस गतिविधि का हिस्सा बनाया जाएगा।

रुपाणी सरकार की सक्रियता का ये आलम है कि 1400 से ज्यादा एंबुलेंस अभी से तैयार हैं इसमें 104 व 108 एंबुलेंस सेवाएं शामिल हैं। इसी तरह धनवंतरि एवं संजीवनी रथ की भी पूरी तैयारी है। दूसरी लहर में ये रथ 1500 थे जो अब 3000 कर दिए जाएंगे। इसके साथ ही मरूगाम एवं कोरोना मुक्त गाम की भी तैयारी है। दवाओं का भरपूर स्टाक अभी से तैयार कर लिया गया है। रुपानी सरकार की प्राथमिकता के तहत टेली मेडिसिन की भी जबरदस्त तैयारी की गई है। इससे घर बैठे इलाज की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

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