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UP: एक और मुसीबत में घिरे सपा नेता आजम खान, योगी के CM बनते ही बड़ी कार्रवाई होना तय

yogi and azam

लखनऊ। समाजवादी पार्टी यानी सपा के नेता और रामपुर से चुने गए विधायक आजम खान एक और मुश्किल में फंस गए हैं। आजम पर पहले से कई केस चल रहे हैं। अब उनके मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट को भी जोर का झटका लगने की पूरी उम्मीद है। माना जा रहा है कि कल सीएम की शपथ लेते ही योगी आदित्यनाथ के निशाने पर एक बार फिर आजम आएंगे। पूरा मामला 240 साल पुराना है। ये मामला सरकारी मदरसा राजकीय ओरिएंटल कॉलेज यानी मदरसा आलिया का है। योगी तक शिकायत पहुंची है कि आजम खान के ट्रस्ट ने महज 30 रुपए सालाना की लीज पर इस कॉलेज के भवन, तीन बीघा जमीन, फर्नीचर और लाइब्रेरी पर कब्जा कर रखा है।

आजम के ट्रस्ट के खिलाफ ये शिकायत यूपी मदरसा शिक्षा परिषद के चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने की है। जावेद ने योगी के अलावा इस बारे में गवर्नर आनंदीबेन पटेल को भी चिट्ठी लिखी है। अपनी शिकायत में डॉ. इफ्तिखार ने कहा है कि राजकीय ओरिएंटल कॉलेज के सारे टीचर रिटायर हो चुके हैं। स्टाफ के बाकी सदस्य भी 2024 तक रिटायर होने वाले हैं। उन्होंने शिकायत में कहा है कि साल 2016 से आजम खान के जौहर ट्रस्ट ने इस कॉलेज और उसकी जमीन पर कब्जा कर स्कूल खोल लिया है। बता दें कि साल 2016 में यूपी में सपा की ही सरकार थी। इस कॉलेज में 2 कमरे और एक बरामदा है। जावेद ने सीएम और गवर्नर से इसके भवन और जमीन को जौहर ट्रस्ट से वापस दिलाने की गुजारिश की है। साथ ही नए टीचरों की भर्ती भी करने का आग्रह किया है।

मजे की बात ये है कि साल 2001 में यूपी के तब सीएम रहे और मौजूदा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रामपुर के इस कॉलेज को अरबी-फारसी यूनिवर्सिटी बनाने का एलान किया था। इसके लिए बाकायदा कमेटी बनी थी। पहले कॉलेज को 1 करोड़ रुपए दिए गए थे। बाद में 10 करोड़ और देने की बात कही गई थी। फिर सरकार बदलने के बाद ये प्रस्ताव फाइलों में दब गया और आजम खान के ट्रस्ट ने कॉलेज और उसकी जमीन हथिया ली। बाकायदा नगर विकास मंत्री रहते आजम खान ने सौंदर्यीकरण के नाम पर 2004-05 में 1.76 करोड़ से काम भी कराया।

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