नई दिल्ली। कल का दिन तो आपको याद ही होगा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कानपुर मेट्रो परियोजना का शुभारंभ करने के लिए कानपुर गए थें। इस मौके पर उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता भी साथ थे। आपने कल के कानपुर दौरे से जुड़ी मंत्रमुग्ध कर देने वाली तस्वीरों को भी देखा होगा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम जनमानस के स्नेह को स्वीकार करते हुए उनका अभिवादन करते हुए नजर आ रहे थे। उनके दौरे से जुड़ी बेशुमार तस्वीरों पर लोगों ने खूब प्यार बरसाया था। इस दौरान पीएम मोदी ने कानपुर की जनता को संबोधित करते हुए पूर्व की सपा सरकार को भी सवालिया कठघरे में खड़ा किया था, लेकिन अब इसी बीच पीएम मोदी के कानपुर दौरे को लेकर ही एक बड़ी खबर सामने आ रही है और यह खबर किसी और ने नहीं, बल्कि बीजेपी प्रवक्ता सांबित पात्रा ने खुद दिल्ली स्थित बीजेपी कार्यलय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी है। उन्होंने सपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी के कानपुर दौरे के दौरान इन सपाइयों ने दंगा करने का प्लान बना लिया था। इन लोगों ने हिंदू-मुस्लिम दंगा करने की पूरी योजना तैयार कर उसे क्रियान्वित करने की पूरी रूपरेखा तैयार कर ली थी और यह लोग उसे जींवत करने ही जा रहे थे।
यह इसलिए किया जा रहा था कि ताकि पीएम मोदी के दौरे को बदनाम किया जा सकें, लेकिन अफसोस ये लोग अपने मकसद में विफल रहे। पात्रा ने कहा कि पीएम मोदी ने पहले ही कह दिया था कि लाल टोपी मतलब कि खतरे की घंटी। अब ये लोग खुद पीएम मोदी को कथन को चरितार्थ करते हुए नजर आ रहे हैं। इन लोगों ने पीएम मोदी की रैली के दौरान दंगा भड़काने की साजिश कर ली थी।
बाद में पुलिस और सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से जांच हुई तो पता चला कि ये गाड़ी भी भाजपा के कार्यकर्ता की नहीं बल्कि सपा छात्र सभा के दूसरे नेता अंकुर पटेल की गाड़ी थी।
इस गाड़ी को भाजपा की गाड़ी के रूप में सजाया गया था।
– डॉ. @sambitswaraj
— BJP (@BJP4India) December 29, 2021
उधर, पुलिस ने इस पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान सपा कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी मामले में 5 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने टूटी गाड़ी भी बरामद की है। इस पूरे मामले को लेकर नौबस्ता थाने शिकायत भी दर्ज की गई है। वहीं, अब बीजेपी प्रवक्ता सांबित पात्रा द्वारा सपा पर लगाए गए आरोपों के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए देखिए आप यह वीडियो।
‘लाल टोपी’ मतलब ‘खतरे की निशानी’#सपा_मतलब_गुंडागर्दी pic.twitter.com/zI1CHyGqml
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) December 29, 2021
पुलिस के संज्ञान में पहुंचा मामला
इसके अलावा यह पूरा मामला पुलिस के संज्ञान में पहुंच चुका है। पुलिस की तरफ से इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है। अब तक के जांच के दौरान विशेष राजनीतिक दलों द्वारा हिंसा करने वाले लोगों को चिन्हित कर लिया गया है। ये वही लोग हैं, जो पीएम मोदी की कानपुर रैली के दौरान दंगा करने की योजना बना चुके थे और इसकी शुरूआत भी इन लोगों ने कर ही दी थी, लेकिन मुस्तैद पुलिसकर्मियों के साए के बीच आयोजित की गई रैली के बीच में शरारत्वी तत्व के लोग अपने नापाक इरादों को शबाब पर नहीं पहुंचा पाए। पुलिस ने साफ कह दिया है कि ऐसे लोगों को चिन्हित कर इनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यूपी: कानपुर में प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में दंगा भड़का कर माहौल खराब करने की थी साज़िश..कानपुर पुलिस कमिश्नर ने किया खुलासा.. pic.twitter.com/PwfqgYmLGl
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) December 29, 2021
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में कुछ माह बाद विधानसभा के चुनाव नियत किए गए हैं जिसे ध्यान में रखते हुए तमाम सियासी दलों के सियासी सूरमा अपना सियासी दुर्ग स्थापित करने के लिए सूबे की जनता को रिझाने में मशगूल हैं। कभी सीएम योगी के दौरे से तो कभी पीएम मोदी के दौरे से तो कभी जेपी नड्डा की दौरे से सूबे की गलिया गुलाजार ही रहती हैं। वहीं, सपा समेत कांग्रेस के सियासी सूरमा भी अपनी जनता रिझाने में अपनी एड़ी चोटी का जोड़ लगा दे हैं, लेकिन अब देखना यह होगा कि उनकी यह कोशिश आगामी चुनाव में कितनी कामायब रहती है। क्या सीएम योगी फिर प्रदेश की राजगद्दी पर विराजमान हो पाते हैं, या इस बार सियासी हवा रूख बीजेपी के विरोध में देखने को मिलती है। यह सभी प्रश्न फिलहाल अनुउत्तरित बने हुए हैं।