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Kosi Rail Mahasetu : बॉलीवुड एक्टर संजय मिश्रा ने की PM मोदी की दिल खोलकर तारीफ, कहा- प्रधानमंत्री ने पूरा किया उनके दादाजी का सपना

Sanjay mishra PM Modi

नई दिल्ली। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार को एक और सौगात देते हुए कोसी नदी पर रेल महासेतु का उद्घाटन किया। इस रेल पुल के बनने से सबसे ज्यादा फायदा दरभंगा, मधुबनी, सुपौल और सहरसा जिले में रहने वाले लोगों को होगा। इसको लेकर फिल्म अभिनेता संजय मिश्रा ने मोदी सरकार दिल खोलकर सराहना की। संजय मिश्रा ने इसको लेकर कहा कि, प्रधानमंत्री ने उनके दादाजी का सपना पूरा कर दिया। संजय मिश्रा ने इस सौगात पर अपना एक वीडियो भी शेयर किया है। जिसे रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रिट्वीट किया है। पीयूष गोयल ने विडियो शेयर करते हुए ट्वीट में लिखा, ‘प्रसिद्ध फिल्म कलाकार संजय मिश्रा के दादा जी के समय आई बाढ़ और भूकंप से कोसी का पुल टूट गया था, जिसके निर्माण का सपना वो बहुत समय तक देखते रहे। आज 2020 में उनके दादा जी के उस सपने को कोसी रेल महासेतु बना कर पीएम मोदी की सरकार ने पूरा किया है। #BiharKaPragatiPath’

संजय मिश्रा ने क्या कहा

वहीं अभिनेता संजय मिश्रा ने पीएम मोदी की तारीफ में कहा है कि, ‘मैं मिथिला का हूं, जो कि विद्यापति, मधुबनी पेंटिंग्स, अपने लोक संगीत के लिए जाना जाता है। मेरे दादा जी बताते थे 1887 में ब्रिटिश राज में अंग्रेजों ने कोसी नदी के ऊपर एक पुल बनाया था। 1934 में बाढ़ और भूकंप एक साथ आने से ये पुल पूरी तरह से टूट गया। उसके बाद से उसे बनाने की कभी कोशिश नहीं की गई।’

दिग्गज अभिनेता ने आगे कहा कि ‘अब दादा जी नहीं रहे लेकिन उनका सपना साकार हुआ। भारत सरकार ने 2020 में हमारे देश को और बिहार को एक उपहार दिया। कोसी में महासेतु जो कि दो किमी. लंबा है। हम भारत सरकार से वादा करते हैं कि इसे अपना समझेंगे और इसे संभालेंगे।’

बता दें कि शुक्रवार को बिहार में रेल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में नया इतिहास रचते हुए विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी ने कोसी रेल मेगा ब्रिज समेत रेलवे की 12 अन्‍य परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इसके अलावा पीएम मोदी ने 5 नई ट्रेनों का भी तोहफा बिहार को दिया है। पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि ये संयोग है कि एक वैश्विक महामारी के बीच ही मिथिला और कोसी के टूटे संपर्क को जोड़ा जा रहा है। ये श्रद्धेय अटल बिहार वाजपेयी और नीतीश बाबू का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। इसके साथ ही बिहार में 250 किमी लंबा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बन रहा है। इससे यात्रियों ट्रेन से अलग मालगाड़ी को दूसरा ट्रैक मिलेगा जिससे समय की बचत होगी।

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